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टेस्ट क्रिकेट में लंबे अंतराल के बाद वापसी करने वाले 3 भारतीय खिलाड़ी, एक अब कॉमेंट्री पैनल का हिस्सा
नायर ने 3006 दिनों के लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर टेस्ट कैप हासिल की है, जो उनकी दृढ़ता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
क्रिकेट जगत में एक खबर ने फैंस को हैरान कर दिया है – भारतीय टेस्ट टीम में बल्लेबाज करुण नायर की वापसी। नायर ने 3006 दिनों के लंबे इंतजार के बाद एक बार फिर टेस्ट कैप हासिल की है, जो उनकी दृढ़ता और प्रतिबद्धता का प्रमाण है। यह एक अविश्वसनीय वापसी है, खासकर उस खिलाड़ी के लिए जिसने टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ा था। उनकी वापसी उन खिलाड़ियों की याद दिलाती है, जिन्होंने भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए लंबा इंतजार किया और वापसी कर अपनी छाप छोड़ी।
यहां हम 3 ऐसे भारतीय खिलाड़ियों पर एक नज़र डाल रहे हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में लंबे अंतराल के बाद वापसी की:
1. दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik): 3101 दिन विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा है। 2010 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेलने के बाद, कार्तिक को 2018 में अफगानिस्तान के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के लिए टीम में वापस बुलाया गया था।
यह 3101 दिनों का एक लंबा इंतजार था। कार्तिक ने अपनी फिटनेस, घरेलू प्रदर्शन और सफेद गेंद क्रिकेट में लगातार सुधार के दम पर यह वापसी की। यह उनकी मानसिक दृढ़ता का बेहतरीन उदाहरण है।
2. पार्थिव पटेल (Parthiv Patel): 3000 दिन एक और विकेटकीपर-बल्लेबाज, पार्थिव पटेल भी लंबे अंतराल के बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। 2008 में श्रीलंका के खिलाफ खेलने के बाद, पार्थिव को 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम में मौका मिला।
यह 3000 दिनों का एक बड़ा अंतर था। घरेलू क्रिकेट में उनके लगातार रन और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें फिर से राष्ट्रीय टीम में जगह दिलाई। हालांकि वह अंततः ऋषभ पंत जैसे युवा प्रतिभाओं से आगे निकल गए, लेकिन उनकी वापसी उल्लेखनीय थी।
3. जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat): 4268 दिन तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट की वापसी इन सभी में सबसे लंबी थी। 2010 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट डेब्यू करने के बाद, उनादकट को अगला टेस्ट खेलने के लिए 2022 तक इंतजार करना पड़ा।
बांग्लादेश के खिलाफ यह वापसी 4268 दिनों के अविश्वसनीय अंतराल के बाद हुई थी। घरेलू क्रिकेट, खासकर रणजी ट्रॉफी में सौराष्ट्र के लिए उनके लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन और टीम को खिताब जिताने में उनकी भूमिका ने आखिरकार उन्हें दूसरा मौका दिलाया। उनकी वापसी युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है कि कभी हार नहीं माननी चाहिए।
करुण नायर की 3006 दिनों बाद टेस्ट टीम में वापसी एक कहानी है जो धैर्य, कड़ी मेहनत और अटूट विश्वास को दर्शाती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि वह अपनी इस दूसरी पारी में क्या कमाल दिखाते हैं और क्या वह अपनी पिछली शानदार फॉर्म को दोहरा पाते हैं। उनकी वापसी निश्चित रूप से कई अन्य प्रतिभाशाली क्रिकेटरों को प्रेरित करेगी जो राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।