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एक्सक्लूसिव: IPL में AB डिविलियर्स के करियर का टर्निंग प्वाइंट, खुद किया बड़ा खुलासा!
एबी डिविलियर्स आईपीएल करियर की शुरुआत करने और फिर आरसीबी के लिए एक दिग्गज बल्लेबाज बनकर उभरने तक की अपनी पूरी कहानी सुनाई है।
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज एबी डिविलियर्स (AB de Villiers) ने क्रिकेट.कॉम (cricket.com) के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। आरसीबी (RCB) के लेजेंड ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत से लेकर उसके टर्निंग प्वाइंट तक पर खुलकर बात की।
उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) से अपने आईपीएल करियर की शुरुआत करने और फिर आरसीबी के लिए एक दिग्गज बल्लेबाज बनकर उभरने तक की अपनी पूरी कहानी सुनाई है। आपको बता दें, डिविलियर्स ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत साल 2008 में दिल्ली डेयरडेविल्स के साथ की थी। इसके बाद दिल्ली की टीम ने उन्हें साल 2009 के सीज़न के बाद रिटेन नहीं किया, और फिर वह आईपीएल नीलामी का हिस्सा बने और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उन्हें साल 2010 में खरीदा।
जब दिल्ली कैपिटल्स ने डिविलियर्स को रिटेन नहीं किया
डिविलियर्स ने उस समय को याद करते हुए कहा, "2009 अच्छा था। मैंने लगभग पूरा सीज़न दक्षिण अफ्रीका में खेला, वापस आया, मुझे लगा कि मैं ही मुख्य खिलाड़ी बनूँगा। अचानक, फिर से नहीं खेल रहा था। तो यह वाकई मिली-जुली भावनाएँ थीं। मुझे बताया गया था कि मुझे रिटेन किया जाएगा, और अगले ही पल, मैंने देखा कि मैं नीलामी में हूँ। मुझे पता ही नहीं चला कि क्या हुआ। तो अजीबोगरीब बातें हुईं।"
वह नीलामी उनके आईपीएल सफर में एक टर्निंग पॉइंट साबित हुई, क्योंकि आरसीबी ने उन्हें चुना। इसके बाद जो हुआ वह ऐतिहासिक है - 156 मैच, 4491 रन, 41.2 की औसत, 158.6 का स्ट्राइक रेट, 37 अर्धशतक और दो शतक।
आरसीबी के साथ एबी डीविलियर्स का नया अध्याय
एबी डीविलियर्स (ABD) ने आगे कहा, "मैं आरसीबी पहुँचा और तुरंत, जिस दिन मैं वहाँ गया, मुझे लगा कि ये लोग चाहते हैं कि मैं हर मैच खेलूँ। मैं बहुत हैरान था। वे बस ऐसे थे, 'तुम ही वो खिलाड़ी हो। तुम यहाँ बड़े होगे, तुम हमारे साथ एक महान खिलाड़ी बनोगे और तुम परिवार का हिस्सा हो।' बात खत्म।"
उन्होंने आरसीबी में मिले समर्थन पर बात करते हुए कहा, "चाहे उन्होंने जो कहा उसका मतलब था या नहीं, मुझे लगा कि मुझे समर्थन मिला। मुझे एक परिवार का हिस्सा महसूस हुआ। और ज़ाहिर है, विराट (कोहली) वहाँ थे और उन्होंने तुरंत मुझे पकड़ा और कहा, 'हम दोनों मिलकर इस टीम के लिए क्रिकेट मैच जीतेंगे।'"
एबीडी ने बेंगलुरु के साथ अपने जुड़ाव को समझाते हुए बताया, "विश्वास के लिहाज़ से, मुझे लगा कि मैं यहीं का हूँ और तुरंत प्रशंसकों, लोगों, शहर, युवा माहौल, बेंगलुरु के हरे-भरे बगीचों से प्यार हो गया। और वे भी मुझसे प्यार करने लगे। तो यह एक दोतरफा सड़क थी और वहाँ से इतिहास बन गया।"