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IPL 2025: लखनऊ के जबड़े से जीत छीनने वाले आशुतोष शर्मा थे कभी डिप्रेशन के शिकार, 'गब्बर' ने दी नयी जिंदगी
दिल्ली कैपिटल्स के लिए आईपीएल 2025 की शुरुआत एक नए हीरो के साथ हुई है। जानें कौन है आशुतोष शर्मा और शिखर धवन से क्या है कनेक्शन।
24 मार्च की रात को 'इम्पैक्ट प्लेयर' आशुतोष शर्मा ने लखनऊ सुपरजायंट्स के खिलाफ तूफानी पारी खेली और अपनी टीम को मैच में जीत दिलाई। जब दिल्ली की स्थिति बेहद नाजुक थी और लखनऊ ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार 209 रन बनाये थे, तब ऐसा लग रहा था कि दिल्ली के लिए जीत मुश्किल हो जाएगी। लेकिन आशुतोष ने 31 गेंदों पर नाबाद 66 रन की विस्फोटक पारी खेली और दिल्ली को तीन गेंद पहले एक विकेट से मैच जिता दिया।
आशुतोष शर्मा की इस धमाकेदार पारी ने दिल्ली कैपिटल्स को न सिर्फ लखनऊ को हराने में मदद की, बल्कि यह साबित कर दिया कि आईपीएल में नए सितारे चमक सकते हैं। अगर दिल्ली की टीम में आशुतोष शर्मा नहीं होते, तो यह मैच शायद दिल्ली के हाथ से निकल जाता। उन्होंने एक छक्का मारकर टीम को जीत दिलाई, जिससे उनके करियर का यह पल हमेशा याद रहेगा।
आशुतोष शर्मा का क्रिकेट सफर
आशुतोष शर्मा का आईपीएल सफर काफी दिलचस्प है। वे घरेलू क्रिकेट में रेलवे की तरफ से खेलते हैं और 2024 में पंजाब किंग्स के लिए आईपीएल डेब्यू किया था। रिटेन नहीं होने के बाद, दिल्ली ने उन्हें 3.8 करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया, और अब उन्होंने अपनी कीमत को सही साबित किया है। आशुतोष मध्य प्रदेश के रतलाम जिले के रहने वाले हैं और 2018 में उन्होंने जोनल टी20 लीग के जरिए अपने टी20 करियर की शुरुआत की थी।
शिखर धवन को समर्पित किया मैन ऑफ द मैच अवार्ड
आशुतोष शर्मा ने अपनी शानदार जीत का श्रेय अपने गुरु शिखर धवन को दिया। मैन ऑफ द मैच बनने के बाद उन्होंने कहा, “मैं यह पुरस्कार अपने गुरु शिखर पाजी को समर्पित करना चाहता हूं। उनके मार्गदर्शन और प्रेरणा ने मुझे आत्मविश्वास और सफलता प्राप्त करने में मदद की।” आशुतोष ने बताया कि शिखर धवन ने हमेशा उन्हें खेल में सुधार और टीम के भीतर आत्मविश्वास बनाए रखने में मदद की।
आशुतोष के लिए यह सफर आसान नहीं था। उन्होंने 2024 में पंजाब किंग्स के साथ आईपीएल में कदम रखा, लेकिन इस साल दिल्ली ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। उनका प्रदर्शन इस साल काफी प्रभावित करने वाला रहा।
चंद्रकांत पंडित पर लगाए गंभीर आरोप
हालांकि, आशुतोष का क्रिकेट करियर आसान नहीं रहा। कुछ साल पहले तक वे मानसिक दबाव से जूझ रहे थे। उन्होंने मध्यप्रदेश के कोच चंद्रकांत पंडित पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिनके तहत उन्होंने कहा कि भले ही उनका प्रदर्शन बेहतरीन था, फिर भी उन्हें टीम में नहीं चुना गया। ट्रायल मैच में 45 गेंदों में 90 रन बनाने के बावजूद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। मुश्ताक अली ट्रॉफी में छह मैचों में तीन अर्द्धशतक बनाने के बावजूद उन्हें टीम में स्थान नहीं मिला। इन सब मुश्किलों के बावजूद, आज आशुतोष शर्मा का नाम आईपीएल में चमक रहा है, और उनका प्रदर्शन उनकी कड़ी मेहनत का परिणाम है।
आशुतोष शर्मा का आईपीएल में यह प्रदर्शन न सिर्फ दिल्ली कैपिटल्स के लिए, बल्कि उनके खुद के करियर के लिए भी महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।