क्रिकेट के मैदान पर रोज कुछ न कुछ नया होता है, लेकिन 10 जून को नीदरलैंड्स और नेपाल के बीच खेले गए वनडे मैच में जो हुआ, वह शायद आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। नीदरलैंड्स ने जब लक्ष्य का पीछा करना शुरू किया, तो उनका स्कोर था 10/0 — बिना एक भी गेंद खेले! जी हां, आपने सही पढ़ा — एक भी बॉल का सामना किए बिना 10 रन मिल गए।
यह अनोखी घटना नेपाल की पारी के दौरान 33वें ओवर में हुई। नेपाल के बल्लेबाज़ बसीर अहमद को बार-बार पिच के उस हिस्से (danger area) पर दौड़ने की चेतावनी दी गई, जिसे ‘प्रोटेक्टेड एरिया’ कहा जाता है। इस नियम के उल्लंघन को MCC के नियम 41.14 के तहत ‘न्याय-विरोधी’ यानी unfair play माना जाता है।
जब बसीर ने फिर वही गलती दोहराई, तो अंपायरों ने नेपाल पर 10 रन की पेनल्टी लगा दी — जो सीधे नीदरलैंड्स के खाते में जुड़ गए।
इस नियम के अनुसार, अगर कोई बल्लेबाज़ बार-बार पिच के संवेदनशील हिस्से को जानबूझकर या टालने योग्य स्थिति में नुकसान पहुंचाता है, तो अंपायर विपक्षी टीम को 5 रन की पेनल्टी दे सकते हैं।
पहली बार ऐसा करने पर चेतावनी दी जाती है।
दोबारा वही गलती करने पर 5 रन की पेनल्टी दी जाती है।
और अगर यह फिर होता है, तो फिर से 5 रन जुड़ सकते हैं।
ऐसा लग रहा है कि नेपाल की ओर से यह गलती दो बार हुई, जिसके चलते नीदरलैंड्स को शुरुआत में ही 10 रन का बोनस मिल गया।
नेपाल ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 50 ओवर में 236/9 रन बनाए थे। जवाब में जब नीदरलैंड्स बल्लेबाज़ी करने उतरा, तो स्कोरबोर्ड पर बिना कोई गेंद खेले 10/0 लिखा था। यह नजारा देखकर सभी दर्शक और कमेंटेटर भी चौंक गए।
क्रिकेट में पेनल्टी रन का नियम नया नहीं है, लेकिन 10 रन की शुरुआत से फायदा मिलना शायद पहली बार देखने को मिला है। यह घटना क्रिकेट के नियमों और अनुशासन की अहमियत को भी दिखाती है — और यह भी कि एक छोटी सी गलती टीम को कितना बड़ा नुकसान पहुँचा सकती है।