back icon

हिंदी समाचार

article_imageखबर
Last updated on 18 Apr 2025 | 11:23 AM
Google News IconFollow Us
IPL 2025: अंकतालिका में नीचले पायदान पर मौजूद CSK के पास अब भी प्लेऑफ में पहुंचने का मौका, जानें पूरा गणित

लगभग आधा सीजन निकलने के बाद CSK पॉइंट्स टेबल पर सबसे नीचे नजर आ रही है।

इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का प्रदर्शन इस बार कुछ खास नहीं रहा है। टीम को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिनमें सबसे बड़ी रही कप्तान रुतुराज गायकवाड़ की चोट। कोहनी की चोट के चलते रुतुराज सीजन से बाहर हो गए और एक बार फिर कप्तानी की जिम्मेदारी महेंद्र सिंह धोनी के कंधों पर आ गई।


अभी भी बाकी है उम्मीद की किरण

हालांकि CSK इस समय प्वाइंट्स टेबल में सबसे नीचे है, लेकिन उनके पास अब भी प्लेऑफ में पहुंचने का रास्ता बचा है। टीम ने अब तक 7 मैच खेले हैं, जिनमें से केवल 2 में जीत मिली है जबकि 5 मैचों में हार का सामना करना पड़ा। CSK के नाम पर सिर्फ 4 अंक हैं और नेट रन रेट भी काफी खराब है। लेकिन अगर टीम आने वाले मैचों में जबरदस्त वापसी करे, तो चमत्कार संभव है।




कम से कम 6 मुकाबले जीतना जरूरी

चेन्नई को अपने बाकी बचे 7 मैचों में से कम से कम 6 जीतने होंगे, जिससे टीम 16 अंकों तक पहुंच सके। साथ ही नेट रन रेट सुधारने के लिए बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी—चाहे वह लक्ष्य का पीछा करते हुए हो या फिर स्कोर को डिफेंड करते हुए।


होम ग्राउंड पर है तीन अहम मुकाबले

चेपॉक स्टेडियम हमेशा से CSK का मजबूत किला रहा है, लेकिन इस सीजन में टीम यहां तीन में से दो मैच हार चुकी है। अब होम ग्राउंड पर तीन और मैच बचे हैं और अगर टीम इन मैचों में जीत हासिल करती है, तो प्लेऑफ की राह कुछ आसान हो सकती है। घरेलू परिस्थिति का फायदा उठाना इस समय बेहद जरूरी है।


धोनी से है काफी उम्मीदें 

महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता अब भी CSK की सबसे बड़ी ताकत है। पिछले मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ उन्होंने 11 गेंदों पर 26 रनों की धमाकेदार पारी खेलकर फॉर्म में लौटने का संकेत दिया। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया। अब टीम को उम्मीद है कि धोनी अपने अनुभव और जुझारूपन से बाकी मैचों में भी जीत की राह दिखाएंगे।

हालात मुश्किल जरूर हैं, लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने हमेशा विपरीत परिस्थितियों में वापसी की मिसाल पेश की है। अगर खिलाड़ी एकजुट होकर खेलें और रणनीति सटीक रहे, तो प्लेऑफ की उम्मीद अभी जिंदा है।

Related Article