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क्या IPL 2026 में नजर नहीं आएगी RCB, लगने वाला है बैन? बेंगलुरु हादसे पर कैट की रिपोर्ट से बढ़ी टेंशन
RCB की ऐतिहासिक जीत का जश्न एक भयानक त्रासदी में बदल गया।
4 जून को बेंगलुरु के एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए दर्दनाक हादसे में 11 लोगों की जान चली गई थी। यह घटना तब हुई जब रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने अपनी पहली आईपीएल खिताबी जीत के बाद विजयी जुलूस और स्टेडियम में जश्न मनाने का कार्यक्रम आयोजित किया। अब इस पूरे मामले में केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) ने आरसीबी को प्रथम दृष्टया जिम्मेदार माना है। अगर आरसीबी को दोषी पाया जाता है, तो उन पर प्रतिबंध लग सकता है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक फैसला नहीं आया है।
बिना पूर्व सूचना के सोशल मीडिया पर हुआ ऐलान, फैन्स की भीड़ बेकाबू
CAT की रिपोर्ट में कहा गया है कि RCB ने सोशल मीडिया के जरिए अचानक जश्न की जानकारी साझा कर दी, जिससे हजारों की संख्या में लोग एमजी रोड और कुब्बोन रोड इलाके में उमड़ पड़े।
करीब ढाई से पांच लाख लोगों की भीड़ एकत्र हो गई, जबकि पुलिस को इतनी बड़ी भीड़ के लिए कोई तैयारी करने का मौका ही नहीं मिला।
CAT ने साफ कहा, "RCB ने न तो प्रशासन से कोई अनुमति ली, न ही पुलिस को समय पर सूचना दी। इतनी बड़ी भीड़ को कंट्रोल करना बिना योजना के संभव नहीं था।"
“पुलिसवाले इंसान हैं, कोई जादूगर नहीं” – CAT
न्यायाधिकरण ने पुलिस को दोषी ठहराने से इनकार करते हुए कहा कि "पुलिसवाले भी इंसान हैं, न तो भगवान हैं और न ही उनके पास कोई अलाद्दीन का चिराग है जिससे वो एक झटके में लाखों की भीड़ को नियंत्रित कर सकें।"
इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि न्यायाधिकरण के अनुसार, RCB ने भारी लापरवाही बरती और भीड़ प्रबंधन की कोई पूर्व योजना नहीं बनाई गई।
पहले भी उठे थे सवाल, KSCA अधिकारियों ने दिया इस्तीफा
यह पहली बार नहीं है जब इस घटना के लिए RCB और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) पर सवाल उठे हों। KSCA के सचिव ए. शंकर और कोषाध्यक्ष जयराम इस मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पहले ही इस्तीफा दे चुके हैं।
RCB ने मृतकों के परिवारों को दी आर्थिक मदद
RCB की पहली खिताबी जीत के बाद फैंस को आधिकारिक जश्न की घोषणा का बेसब्री से इंतजार था, लेकिन बेंगलुरु पुलिस ने पहले ही कहा था कि खुले में बस परेड की अनुमति नहीं दी जाएगी, ताकि ट्रैफिक और भीड़ को नियंत्रित रखा जा सके।
इसके बावजूद जैसे ही टीम बेंगलुरु पहुंची, लाखों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए, जिससे भगदड़ की स्थिति बन गई।
इस दुखद घटना के बाद, RCB ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की।
CAT की रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि बिना योजना और अनुमति के इस तरह के बड़े आयोजन खतरनाक हो सकते हैं। उम्मीद की जानी चाहिए कि भविष्य में खेल आयोजनों में केवल रोमांच और उत्साह ही नहीं बल्कि सुरक्षा और ज़िम्मेदारी भी सर्वोपरि हो।