back icon

हिंदी समाचार

article_imageखबर
Last updated on 30 Jul 2025 | 09:30 AM
Google News IconFollow Us
IPL 2026 से पहले KKR से अलग हुए भरत अरुण, इस फ्रेंचाइजी के साथ शुरू होगा दो साल का नया कॉन्ट्रैक्ट

भारत अरुण ने KKR के साथ तकरीबन चार साल का कार्यकाल पूरा किया।

भारतीय टीम के पूर्व गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण अब इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2026 में एक नई भूमिका में नज़र आएंगे। कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) से चंद्रकांत पंडित के अलग होने के बाद ऐसी अटकलें लगाई जा रही थीं कि भरत अरुण चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) का हिस्सा बन सकते हैं, लेकिन अब पुष्टि हो चुकी है कि वे लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के साथ जुड़ गए हैं।


लखनऊ को मिला अनुभवी कोच

भरत अरुण ने केकेआर के साथ 2022 से 2025 तक चार साल का सफल कार्यकाल निभाया था, और इस दौरान उन्होंने टीम के गेंदबाज़ी विभाग को मजबूती दी थी। Cricbuzz की रिपोर्ट के अनुसार, अब उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स के साथ दो साल का अनुबंध साइन किया है। इस भूमिका में वे केवल आईपीएल सीज़न तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि साल भर खिलाड़ियों के साथ काम करेंगे।

इस नई नियुक्ति के बाद यह लगभग तय है कि लखनऊ टीम अब ज़हीर खान को आगे जारी नहीं रखेगी। पिछली बार ऋषभ पंत की कप्तानी वाली टीम के मेंटर रहे ज़हीर का एक साल का कॉन्ट्रैक्ट था, जिसे टीम प्रबंधन अब आगे बढ़ाने के मूड में नहीं है। इसके अलावा, टीम के हेड कोच जस्टिन लैंगर के भी लंबे समय तक बने रहने की उम्मीद कम है।


KKR से हुए शांतिपूर्ण विदाई

कोलकाता नाइट राइडर्स और भरत अरुण के बीच यह अलगाव आपसी सहमति से हुआ है। दिलचस्प बात यह है कि केकेआर का कोचिंग स्टाफ हमेशा से अन्य राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टीमों के लिए एक टैलेंट पूल की तरह काम करता रहा है। गौतम गंभीर, अभिषेक नायर और रयान टेन डोशेट जैसे कोचिंग स्टाफ अब भारतीय टीम के साथ जुड़े हैं, वहीं ब्रेंडन मैक्कलम और ट्रेवर बेलिस जैसे नाम इंग्लैंड की टीम के साथ काम कर चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार, भरत अरुण ने खुद ही केकेआर से अपने रिलीज़ की इच्छा जताई थी और फ्रेंचाइज़ी ने उनका अनुरोध स्वीकार कर लिया। वहीं, केकेआर के मेंटर ड्वेन ब्रावो के भी टीम से अलग होने की संभावना है, जो वर्तमान में मेजर लीग क्रिकेट में लॉस एंजेल्स टीम के कोचिंग स्टाफ में हैं।


केकेआर का पिछला सीज़न रहा निराशाजनक

आईपीएल 2025 का सीज़न कोलकाता के लिए बेहद खराब रहा था। टीम 14 में से केवल 5 मैच जीत सकी और 7 में उसे हार का सामना करना पड़ा। उनका नेट रन रेट -0.305 रहा और टीम अंक तालिका में आठवें स्थान पर रही।

Related Article