लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, जिसे 'क्रिकेट का मक्का' कहा जाता है, भारतीय क्रिकेट इतिहास में कई यादगार पलों का गवाह रहा है। 10 जुलाई भारत पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में यहां इंग्लैंड का सामना करेगा। भारतीय टीम ने बर्मिंघम में जीत हासिल कर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है। ऐसे में शुभमन गिल की अगुवाई में भारत इस मैच को जीत कर सीरीज में बढ़त बनाना चाहेगा। लेकिन उससे पहले, आइए भारत के पिछले तीन टेस्ट मैचों पर एक नज़र डालते हैं जो लॉर्ड्स में खेले गए थे।
परिणाम: भारत 151 रनों से जीता
यह मैच भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक जीत थी। विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने लॉर्ड्स में 151 रनों की शानदार जीत दर्ज की थी। इस मैच में केएल राहुल ने पहली पारी में शानदार शतक (129 रन) बनाया, जबकि मोहम्मद शमी (नाबाद 56) और जसप्रीत बुमराह (नाबाद 34) ने नौवें विकेट के लिए 89 रनों की यादगार साझेदारी कर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इंग्लैंड के लिए, जो रूट ने दोनों पारियों में अर्धशतक बनाए, लेकिन वे भारतीय गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाए। मोहम्मद सिराज ने मैच में आठ विकेट लेकर भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह जीत भारतीय क्रिकेट के सबसे गौरवशाली पलों में से एक है।
2. भारत बनाम इंग्लैंड, दूसरा टेस्ट, 2018: एकतरफा हार
परिणाम: इंग्लैंड एक पारी और 159 रनों से जीता
2018 में लॉर्ड्स में खेला गया यह टेस्ट मैच भारत के लिए निराशाजनक रहा। इंग्लैंड ने इस मैच में एकतरफा जीत दर्ज की। जेम्स एंडरसन की घातक गेंदबाजी (मैच में 9 विकेट) ने भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया। इंग्लैंड के लिए जॉनी बेयरस्टो (93) और क्रिस वोक्स (नाबाद 137) ने शानदार पारियां खेलीं, जिससे इंग्लैंड ने विशाल स्कोर खड़ा किया। भारतीय बल्लेबाज दोनों पारियों में संघर्ष करते दिखे और टीम को पारी की हार का सामना करना पड़ा। यह मैच भारतीय टीम के लिए सीखने का अनुभव था।
परिणाम: भारत 95 रनों से जीता
2014 में लॉर्ड्स में भारत ने एक और ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। यह मैच मुख्य रूप से ईशांत शर्मा के शानदार प्रदर्शन के लिए जाना जाता है। ईशांत ने दूसरी पारी में 74 रन देकर 7 विकेट लिए, जिससे इंग्लैंड की बल्लेबाजी चरमरा गई। मुरली विजय ने पहली पारी में 95 रन बनाए, जबकि भुवनेश्वर कुमार ने दोनों पारियों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इंग्लैंड के लिए, गैरी बैलेंस ने शतक बनाया, लेकिन वह टीम को हार से नहीं बचा सके। इस मैच ने भारत को इंग्लैंड में सीरीज में आगे बढ़ने में मदद की थी।
इन पिछले तीन मैचों में से दो में जीत और एक में हार के साथ, लॉर्ड्स भारतीय टीम के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आया है। 2021 और 2014 की जीतें भारतीय टीम की संघर्षशीलता और बड़े मैचों में जीतने की क्षमता को दर्शाती हैं, जबकि 2018 की हार ने कुछ कमजोरियों को उजागर किया था। आगामी टेस्ट मैच में भारतीय टीम इन अनुभवों से सीख लेकर बेहतर प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी।