भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ का चौथा मुकाबला 23 जुलाई से मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जाएगा। लॉर्ड्स में तीसरा टेस्ट सिर्फ 22 रनों से हारने के बाद अब टीम इंडिया इस मैच में सीरीज़ बराबर करने के इरादे से उतरेगी।
चौथे टेस्ट से पहले भारत को दो बड़े झटके लगे हैं। नितीश कुमार रेड्डी पूरी सीरीज़ से बाहर हो गए हैं और अर्शदीप सिंह भी इस मुकाबले में नहीं खेल पाएंगे। टीम मैनेजमेंट ने उनकी जगह तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को टीम में शामिल किया है, जिन्होंने 24 फर्स्ट क्लास मैचों में 79 विकेट लिए हैं।
इंग्लैंड की टीम अधिकतर वैसी ही रहने की उम्मीद है, लेकिन स्पिनर शोएब बशीर चोट के चलते बाहर हो गए हैं। उनकी जगह लेफ्ट आर्म स्पिनर लियाम डॉसन को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है।
ओल्ड ट्रैफर्ड की पिच को पारंपरिक रूप से तेज गेंदबाजों के लिए मुफीद माना जाता है, खासकर नए बॉल के साथ। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में यह पिच धीमी हो गई है और स्पिनर्स को भी मदद मिलने लगी है।
पहले तीन दिन बल्लेबाज़ों के लिए रन बनाने का अच्छा मौका रहेगा। टीम जो पहले बल्लेबाज़ी करेगी, वह 340-350 रन बनाने का लक्ष्य रख सकती है क्योंकि यहां पहली पारी का औसत स्कोर 331 है।
मैच के अंतिम दो दिनों में पिच टूटेगी और स्पिन गेंदबाजों की भूमिका अहम होगी। ऐसे में भारत दो स्पिनर्स और तीन तेज़ गेंदबाजों के कॉम्बिनेशन के साथ उतर सकता है। कुलदीप यादव को भी मौका मिल सकता है, लेकिन यह देखना होगा कि वह किसकी जगह लेंगे – किसी तेज़ गेंदबाज़ की या वॉशिंगटन सुंदर की, जो बल्लेबाज़ी में भी योगदान देते हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, मैनचेस्टर टेस्ट के पांचों दिन हल्की बारिश की संभावना बनी हुई है। पहले दिन बारिश से खेल में बाधा आ सकती है, लेकिन दूसरे और तीसरे दिन मौसम साफ रहने की उम्मीद है।
अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 13 डिग्री रहने की संभावना है। तेज़ हवाएं और नमी के कारण शुरुआती ओवर्स में तेज गेंदबाज़ों को स्विंग मिल सकती है।
शुभमन गिल की कप्तानी में टीम ने अब तक बेहतरीन खेल दिखाया है, लेकिन तीसरे टेस्ट की हार से उबरना ज़रूरी होगा। दूसरी ओर इंग्लैंड अपनी जीत की लय बरकरार रखने की कोशिश करेगा।
अब देखना यह होगा कि क्या बारिश खेल का रुख बदलेगी, या फिर भारत और इंग्लैंड के बीच एक और रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा।