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IND vs ENG Birmingham Test Pitch Report: इस मैदान पर कैसा रहा है टीम इंडिया का रिकॉर्ड, टॉस जीतकर पहले क्या लें बल्लेबाजी या गेंदबाजी?
बर्मिंघम में भारत के लिए इतिहास पक्ष में नहीं है, लेकिन यह मैच सीरीज़ में वापसी का एक बड़ा मौका भी है।
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मुकाबला अब बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला जाएगा। पहला टेस्ट लीड्स में हारने के बाद भारतीय टीम 0-1 से पीछे चल रही है, ऐसे में दूसरा टेस्ट भारत के लिए बेहद अहम साबित हो सकता है। अगर टीम यहां भी हार जाती है तो सीरीज में बने रहने के लिए बाकी तीनों मैच जीतना ज़रूरी हो जाएगा।
टॉस और पहली पारी का असर: बर्मिंघम में पिछड़ता है टॉस जीतने वाला कप्तान!
हाल के सालों में बर्मिंघम में टॉस की भूमिका उलटी देखने को मिली है। पिछले चार टेस्ट मैचों में जीत हमेशा दूसरी पारी में बल्लेबाज़ी करने वाली टीम को मिली है। हालांकि, कप्तानों ने सिर्फ एक बार टॉस जीतकर गेंदबाज़ी चुनी है। यहां पहली पारी का औसत स्कोर 349 रन है, लेकिन यह ज़रूरी नहीं कि पहली पारी में बल्लेबाज़ी करने वाली टीम को बढ़त मिले।
भारत का बर्मिंघम में रिकॉर्ड बेहद खराब
बर्मिंघम का मैदान भारतीय टीम के लिए अब तक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। भारत ने यहां कुल 8 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से 7 में हार का सामना करना पड़ा है और केवल एक मैच ड्रॉ हुआ है। साल 2000 के बाद भारत हर तरीके से हारा है — चाहे वह फॉलोऑन हो, लक्ष्य का पीछा करना हो या फिर बचाव करना।
2022 में भी इंग्लैंड ने इसी मैदान पर भारत के खिलाफ 378 रनों का विशाल लक्ष्य बेहद आसानी से हासिल कर लिया था।
क्या कुलदीप यादव को मिलना चाहिए मौका?
कुलदीप यादव को टीम में शामिल करने की चर्चा ज़ोरों पर है, लेकिन बर्मिंघम की पिच पर स्पिनरों का रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है। खासकर पहले दिन, जब नई पिच पर गेंदबाज़ों को 5 से ज़्यादा की रनरेट से मार पड़ी है। स्पिनर बाकी दिनों में भी ज़्यादा विकेट नहीं निकाल पाए हैं।
दूसरी पारी में तो स्पिन गेंदबाज़ों की हालत और खराब रही है — औसत 71.8 रहा है। ऐसे में इंग्लैंड की आक्रामक बल्लेबाज़ी के सामने कुलदीप को खिलाना जोखिम भरा हो सकता है।
तेज़ गेंदबाज़ों का जलवा, लेकिन चौथी पारी में दोनों की पिटाई
बर्मिंघम में तेज़ गेंदबाज़ों ने शुरुआती तीन पारियों में औसतन आठ विकेट निकाले हैं। हालांकि चौथी पारी में स्पिन और पेस दोनों की जमकर पिटाई हुई है।
दूसरी पारी में बुरी तरह लड़खड़ाए हैं मेहमान बल्लेबाज़
इंग्लैंड की टीम इस मैदान पर दूसरी पारी में आक्रामक बल्लेबाज़ी करती आई है, जहां उनका रनरेट 4.5 से भी ऊपर रहा है। लेकिन वहीं मेहमान टीमों — जिनमें भारत भी शामिल है — को दूसरी पारी में रन बनाने में काफी मुश्किल होती है। इनका औसत 25 से भी नीचे रहता है।
जो रूट और ऋषभ पंत पर रहेंगी निगाहें
इस मैदान पर इंग्लैंड के जो रूट शानदार रिकॉर्ड रखते हैं। उन्होंने यहां 16 पारियों में 70.8 की औसत से रन बनाए हैं, जिसमें आठ बार उन्होंने 50 से ज़्यादा का स्कोर किया है। भारत की तरफ से ऋषभ पंत की बात करें तो उन्होंने इस मैदान पर दो पारियों में 101.5 की औसत से रन बनाए हैं, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
बेन स्टोक्स और क्रिस वोक्स का हौसला बुलंद
बेन स्टोक्स ने इस मैदान पर अब तक 20 विकेट चटकाए हैं, जिनमें दो बार चार विकेट भी शामिल हैं। वहीं वोक्स ने अपने घरेलू मैदान पर 13 विकेट लिए हैं। दूसरी ओर, भारतीय गेंदबाज़ों की बात करें तो 2022 में मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर यहां खेले थे, लेकिन काफी महंगे साबित हुए थे। सिराज की इकॉनमी 6.2 रही तो शार्दुल का औसत 113 का रहा।
पिच, गेंदबाज़ी संयोजन और दूसरी पारी की रणनीति इस मैच का रुख तय कर सकती हैं। टीम इंडिया को इस बार हर विभाग में शानदार प्रदर्शन करना होगा, वरना सीरीज़ हाथ से निकल सकती है।