back icon

हिंदी समाचार

article_imageखबर
Last updated on 14 Jul 2025 | 09:45 AM
Google News IconFollow Us
SENA देशों में भारत की 3 प्रसिद्ध जीत

आइए नजर डालते हैं सेना देशों में भारत की ऐसी ही 3 सबसे प्रसिद्ध और अविस्मरणीय टेस्ट जीतों पर।

भारतीय क्रिकेट टीम ने पिछले कुछ दशकों में टेस्ट क्रिकेट में अभूतपूर्व प्रगति की है, खासकर सेना (SENA) देशों - दक्षिण अफ्रीका (South Africa), इंग्लैंड (England), न्यूजीलैंड (New Zealand) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) - में। इन देशों में जीत हासिल करना किसी भी एशियाई टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती माना जाता है, जहाँ की तेज और उछाल भरी पिचें अक्सर भारतीय बल्लेबाजों को परेशान करती हैं और गेंदबाजों के लिए अलग तरह की चुनौती पेश करती हैं।

हालांकि, कुछ मौकों पर भारतीय टीम ने इन चुनौतियों को पार करते हुए न केवल शानदार प्रदर्शन किया, बल्कि ऐतिहासिक जीत भी दर्ज की, जिन्होंने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अपनी एक खास जगह बनाई है। आइए नजर डालते हैं सेना देशों में भारत की ऐसी ही 3 सबसे प्रसिद्ध और अविस्मरणीय टेस्ट जीतों पर:


1. गाबा का किला फतह (ब्रिस्बेन, 2021) - ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ

मैच: ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत, चौथा टेस्ट, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 तारीख: 15-19 जनवरी, 2021 परिणाम: भारत 3 विकेट से जीता

यह शायद भारतीय टेस्ट क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी और सबसे यादगार जीत है। 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर, भारतीय टीम को कई बड़े झटके लगे थे। विराट कोहली पितृत्व अवकाश पर चले गए थे, और टीम के कई प्रमुख खिलाड़ी चोटिल थे। एडिलेड में शर्मनाक 36 रन पर ऑल आउट होने के बाद, किसी ने नहीं सोचा था कि भारत इस सीरीज में वापसी करेगा।


लेकिन अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम ने शानदार जज्बा दिखाया। सिडनी में ड्रॉ खेलने के बाद, ब्रिस्बेन के गाबा में सीरीज का निर्णायक टेस्ट खेला गया, जिसे ऑस्ट्रेलिया का "अभेद किला" माना जाता था, जहाँ वे 32 वर्षों से कोई टेस्ट नहीं हारे थे। भारत को 328 रनों का विशाल लक्ष्य मिला था। ऋषभ पंत, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा और वॉशिंगटन सुंदर जैसे युवा खिलाड़ियों ने अविश्वसनीय साहस और कौशल का प्रदर्शन किया।

शुभमन गिल ने 91 रनों की शानदार पारी खेली, चेतेश्वर पुजारा ने धैर्य के साथ कई गेंदों को शरीर पर झेला, और फिर ऋषभ पंत ने 89 रनों की मैच विजेता नाबाद पारी खेली, जिसने भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई। इस जीत ने न केवल भारत को सीरीज 2-1 से जिताई, बल्कि यह दुनिया भर में भारतीय क्रिकेट के लचीलेपन और "कभी हार न मानने" वाले रवैये का प्रतीक बन गई।



2. लॉर्ड्स में ऐतिहासिक प्रदर्शन (लॉर्ड्स, 2021) - इंग्लैंड के खिलाफ

मैच: इंग्लैंड बनाम भारत, दूसरा टेस्ट, पटौदी ट्रॉफी 2021 तारीख: 12-16 अगस्त, 2021 परिणाम: भारत 151 रनों से जीता

2021 में इंग्लैंड दौरे पर भारत ने लॉर्ड्स में एक ऐसा टेस्ट मैच जीता, जिसने सभी को हैरान कर दिया। मैच के पाँचवें दिन, जब ऐसा लग रहा था कि मैच ड्रॉ की ओर बढ़ रहा है या इंग्लैंड के पक्ष में जा सकता है, मोहम्मद शमी और जसप्रीत बुमराह ने नौवें विकेट के लिए अविश्वसनीय 89 रनों की नाबाद साझेदारी की। शमी ने 56 रन और बुमराह ने 34 रन बनाए, जिसने इंग्लैंड को 272 रनों का लक्ष्य दिया।


इसके बाद भारतीय तेज गेंदबाजों ने कहर बरपाया। जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा और मोहम्मद सिराज ने मिलकर इंग्लिश बल्लेबाजी क्रम को तहस-नहस कर दिया। मोहम्मद सिराज ने दूसरी पारी में 4 विकेट लिए, और इंग्लैंड की पूरी टीम सिर्फ 120 रनों पर ढेर हो गई। यह जीत भारतीय क्रिकेट के आक्रामक और निडर रवैये का प्रतीक थी, जिसने दिखाया कि भारतीय टीम किसी भी परिस्थिति में वापसी कर सकती है। लॉर्ड्स में 151 रनों की यह जीत भारतीय क्रिकेट के लिए एक मील का पत्थर साबित हुई।



3. सेंचुरियन में पहली जीत (सेंचुरियन, 2021) - दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ

मैच: दक्षिण अफ्रीका बनाम भारत, पहला टेस्ट, फ्रीडम ट्रॉफी 2021-22 तारीख: 26-30 दिसंबर, 2021 परिणाम: भारत 113 रनों से जीता

भारतीय टीम के लिए दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट जीतना हमेशा से एक कठिन चुनौती रही है। सेंचुरियन का सुपरस्पोर्ट पार्क, जिसे "किला" माना जाता था और जहाँ दक्षिण अफ्रीका का रिकॉर्ड बहुत मजबूत था, में जीत हासिल करना और भी मुश्किल था। लेकिन विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने 2021-22 दौरे की शुरुआत शानदार जीत के साथ की।


मैच में केएल राहुल ने शानदार 123 रनों की शतकीय पारी खेली, जिससे भारत ने पहली पारी में 327 रन बनाए। जवाब में, भारतीय तेज गेंदबाजों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। मोहम्मद शमी ने पहली पारी में 5 विकेट लिए और दक्षिण अफ्रीका को सिर्फ 197 रनों पर समेट दिया। दूसरी पारी में भी भारतीय गेंदबाजों ने दबाव बनाए रखा। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने मिलकर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया।

भारत ने यह मैच 113 रनों से जीतकर सेंचुरियन में अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की। यह जीत दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने की भारत की महत्वाकांक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था और इसने विदेशी धरती पर भारतीय पेस अटैक की बढ़ती ताकत को भी दर्शाया।


इन जीतों ने न केवल भारतीय क्रिकेट के कद को बढ़ाया है, बल्कि युवा खिलाड़ियों को यह विश्वास भी दिलाया है कि वे किसी भी परिस्थिति में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों को हरा सकते हैं। यह जीतें भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा अमर रहेंगी।

Related Article