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IND vs ENG 4th Test: मैनचेस्टर में होगा चौथा टेस्ट, जानें कैसा है इस मैदान पर भारत का रिकॉर्ड
भारत के पास ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में अपना रिकॉर्ड बेहतर करने का सुनहरा मौका है।
भारत और इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है। भारत फिलहाल 2-1 से पीछे चल रहा है और अब शृंखला में बने रहने के लिए उसे चौथा टेस्ट हर हाल में जीतना होगा। यह मुकाबला 23 जुलाई से 27 जुलाई के बीच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेला जाएगा।
इस बार सीरीज को "एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी" का नाम दिया गया है, जिससे यह और भी खास बन गई है। हालांकि, अगर भारत को इस ऐतिहासिक ट्रॉफी पर कब्जा जमाना है, तो उसे सबसे पहले मैनचेस्टर में अपने जीत के सूखे को खत्म करना होगा।
मैनचेस्टर में भारत का रिकॉर्ड: जीत अभी तक नहीं मिली
टीम इंडिया ने मैनचेस्टर में अब तक 9 टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन एक भी मुकाबला नहीं जीत सकी।
इन 9 मैचों में:
4 में हार
5 मुकाबले ड्रॉ
0 जीत
आखिरी बार भारत ने यहां 2014 में टेस्ट खेला था, जिसमें उसे इंग्लैंड से पारी और 54 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
इंग्लैंड का दबदबा कायम
वहीं दूसरी ओर, इंग्लैंड का ओल्ड ट्रैफर्ड में प्रदर्शन बेहद शानदार रहा है। उन्होंने यहां अब तक 84 टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें से:
33 जीते
15 हारे
36 ड्रॉ हुए
इन आंकड़ों से साफ है कि इंग्लिश टीम को इस मैदान पर खेलने का अच्छा अनुभव है और वे घरेलू हालात का फायदा उठाने में माहिर हैं।
ओल्ड ट्रैफर्ड में भारत के कुछ खास आंकड़े
भारत का सर्वोच्च स्कोर: 432 रन (1990)
सबसे कम स्कोर: 58 रन (1952)
सबसे बड़ी हार (पारी से): पारी और 207 रन से (1952)
सबसे बड़ी हार (रनों से): 171 रन से (1959)
भारत के प्रमुख व्यक्तिगत प्रदर्शन
सबसे ज्यादा रन: सुनील गावस्कर (242 रन, 3 टेस्ट)
सबसे बड़ी पारी: मोहम्मद अजहरुद्दीन (179 रन, 1990)
उच्चतम औसत: सचिन तेंदुलकर (187.00 औसत, 1 टेस्ट)
सबसे ज्यादा शतक: 1-1 शतक – मुस्ताक अली, विजय मर्चेंट, अजहरुद्दीन, सचिन और अन्य
सबसे ज्यादा विकेट: वीनू मांकड़ (9 विकेट, 2 टेस्ट)
एक पारी में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी: दिलीप दोषी (6/102, 1982)
मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी: लाला अमरनाथ (8/167, 1946)
सबसे ज्यादा कैच: सुनील गावस्कर (5 कैच, 3 टेस्ट)
सबसे बड़ी साझेदारी: 203 रन – मुस्ताक अली और विजय मर्चेंट (1936)
क्या शुभमन गिल की कप्तानी में टूटेगा यह रिकॉर्ड?
इस बार टीम इंडिया की कप्तानी शुभमन गिल के हाथ में है। ऐसे में भारतीय फैंस की उम्मीदें ज्यादा होंगी कि युवा कप्तान टीम का मनोबल बढ़ाकर इस मैदान पर इतिहास रच सके। गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी में भारतीय खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन जीत के लिए संयम और लचीलापन दोनों जरूरी होंगे।
अब देखना यह है कि क्या भारत मैनचेस्टर के इस किले को फतह कर पाएगा या फिर हार के पुराने आंकड़े दोहराए जाएंगे।