मुंबई की बारिश में खेला जाने वाला कांगा लीग क्रिकेट भारत के सबसे अनोखे और ऐतिहासिक क्रिकेट टूर्नामेंट में से एक है। यह प्रतियोगिता जुलाई से अक्टूबर के बीच होती है, जब शहर में मानसून पूरी तरह सक्रिय होता है। इस दौरान पिच गीली और मौसम बादलों से घिरा रहता है, जिससे बल्लेबाज़ों के लिए रन बनाना बेहद मुश्किल हो जाता है।
फिर भी, युवा बल्लेबाज़ सरफ़राज़ ख़ान ने इन मुश्किल हालात में अपनी काबिलियत दिखाते हुए इस्लाम जिमखाना के खिलाफ 42 गेंदों में 61 रन की शानदार पारी खेली। खास बात यह रही कि सरफ़राज़ मैच से आधा घंटा पहले ही मैदान पर पहुंच गए थे, ताकि वे मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह तैयार रहें।
कांगा लीग का पूरा नाम डॉ. एच. डी. कांगा मेमोरियल क्रिकेट लीग है, जिसका आगाज़ 1948 में हुआ था। यह लीग प्रसिद्ध क्रिकेटर और भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता हॉर्मसजी कांगा के नाम पर रखी गई है। इस टूर्नामेंट में खेलने का सपना हर मुंबई क्रिकेटर देखता है, क्योंकि यहां कई महान खिलाड़ी अपना हुनर निखार चुके हैं।
यह लीग बारिश के मौसम में खेली जाती है, जब पिच बेहद फिसलन भरी और गेंदबाज़ी के अनुकूल होती है।
गेंद कभी रुक जाती है, कभी तेज़ निकलती है, कभी अचानक स्विंग कर जाती है।
ऐसे हालात में 30-50 रन भी बड़ी पारी मानी जाती है।
कुल 98 टीमें, 7 ग्रुप में बंटी होती हैं, हर ग्रुप में 14 टीमें होती हैं।
कांगा लीग में खेलने वाले कुछ नाम जिन्होंने भारतीय क्रिकेट में अमिट छाप छोड़ी:
सुनील गावस्कर – भारत के महानतम बल्लेबाज़ों में से एक।
सचिन तेंदुलकर – 11 साल की उम्र में इस लीग में डेब्यू किया, 12 साल की उम्र में पूरा सीज़न खेला।
दिलीप वेंगसरकर, विजय मांजरेकर, अजीत वाडेकर – भारतीय क्रिकेट के सुनहरे दौर के सितारे।
संजय मांजरेकर, विनोद कांबली – मुंबई के बेहतरीन बल्लेबाज़।
ज़हीर ख़ान – 18 साल की उम्र में डेब्यू, एक मैच में लगातार 10 मेडन ओवर डाले।
रोहित शर्मा – मौजूदा भारतीय कप्तान और स्टार बल्लेबाज़।
सूर्यकुमार यादव – टी20 वर्ल्ड कप 2024 के हीरो, जिन्होंने मुंबई की लोकल क्रिकेट से बड़ा नाम बनाया।
कांगा लीग सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि मुंबई के क्रिकेट कल्चर का गर्व है। यहां के कठिन हालात ने मुंबई को घरेलू क्रिकेट में लंबे समय तक शीर्ष पर बनाए रखने में बड़ी भूमिका निभाई है।