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रवींद्र जडेजा ने अर्धशतक के बाद क्यों छोड़ी अपनी 'तलवारबाजी' सेलिब्रेशन?
खेल के पाँचवें दिन टी-ब्रेक तक भारत ने 163-9 रन बना लिए थे और उसे जीत के लिए सिर्फ 30 रनों की जरूरत थी।
भारतीय ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स टेस्ट की आखिरी पारी में शानदार फिफ्टी जमाकर टीम इंडिया की जीत की उम्मीदों को ज़िंदा रखा है। खेल के पाँचवें दिन टी-ब्रेक तक भारत ने 163-9 रन बना लिए थे और उसे जीत के लिए सिर्फ 30 रनों की जरूरत थी।
जडेजा का नाबाद प्रदर्शन
भारत के लिए रवींद्र जडेजा नाबाद 56 रनों की पारी खेलकर क्रीज पर मौजूद थे, जबकि मोहम्मद सिराज नाबाद 2 रन बनाकर टीम को जीत के करीब ले जा रहे थे। यह साझेदारी भारतीय खेमे और प्रशंसकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण थी।
'तलवारबाजी' सेलिब्रेशन का रहस्य
जडेजा की बल्लेबाजी के दौरान एक अनोखी बात देखने को मिली। आमतौर पर जब भी जडेजा अर्धशतक या शतक पूरा करते हैं, तो वह अपनी खास 'तलवारबाजी' सेलिब्रेशन से जश्न मनाते हैं। यह उनका ट्रेडमार्क अंदाज़ है, जिसे फैंस बहुत पसंद करते हैं।
हालांकि, लॉर्ड्स में जब उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया, तब उन्होंने सेलिब्रेशन नहीं करने का फैसला किया। इसके बाद दर्शकों और कमेंटेटरों में उत्सुकता बढ़ गई कि आखिर उन्होंने ऐसा क्यों किया।
कठिन परिस्थिति या बड़े जश्न की तैयारी?
ऐसा माना जा रहा है कि भारतीय टीम उस वक्त बेहद कठिन परिस्थिति में थी। नौ विकेट गिरने के बाद, जडेजा जानते थे कि एक छोटी सी गलती भी मैच को हाथ से निकाल सकती है। शायद इसी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्होंने अपने सेलिब्रेशन को आगे नहीं बढ़ाया। उनका पूरा ध्यान टीम को जीत दिलाने पर केंद्रित था।
हालांकि, एक और संभावना यह भी है कि अगर भारत इस ऐतिहासिक मैच को जीतने में सफल हो जाता है, तो वह इससे कहीं बड़ी और भव्य सेलिब्रेशन को अंजाम देंगे। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारत इस रोमांचक मुकाबले को जीतने में सफल हो पाता है और क्या जडेजा की 'तलवार' अंत में जीत के जश्न में निकलती है।