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धोनी का जादू खत्म, संन्यास लेने का समय: पूर्व साथी खिलाड़ी ने दी चेतावनी
आईपीएल 2025 में धोनी बल्ले से कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जिस वजह से उनकी रिटायरमेंट पर चर्चा की जा रही है।
महेंद्र सिंह धोनी को 2023 के आईपीएल के बाद संन्यास ले लेना चाहिए था, क्योंकि वह अब धीरे-धीरे प्रशंसकों की नजरों में अपना सम्मान खोते जा रहे हैं, यह दावा किया है पूर्व भारतीय क्रिकेटर मनोज तिवारी ने। तिवारी का कहना है कि धोनी को 2023 में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के साथ आईपीएल ट्रॉफी जीतने के बाद ही क्रिकेट से अलविदा ले लेना चाहिए था, क्योंकि अब वह अपनी पुरानी छवि और जादू को खोते हुए नजर आ रहे हैं।
धोनी, जो अब भी CSK की टीम का अहम हिस्सा हैं, इस सीजन में प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। चार मैचों में वह सिर्फ 76 रन ही बना सके हैं और उनकी बैटिंग पोजीशन को लेकर आलोचनाएं हो रही हैं। 5 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स (DC) के खिलाफ चेन्नई की तीसरी हार में धोनी ने 26 गेंदों पर 30 रन बनाए थे। तिवारी का मानना है कि 2023 का आईपीएल फाइनल धोनी के संन्यास का आदर्श समय था, क्योंकि उस समय वह अपनी क्रिकेट यात्रा की सर्वोत्तम स्थिति में थे।
तिवारी ने क्रिकबज से बात करते हुए कहा, "मेरे अनुसार, धोनी के लिए संन्यास लेने का सही समय 2023 था, जब उन्होंने आईपीएल ट्रॉफी जीती थी। वह उस वक्त पूरी तरह से सफलता के शिखर पर थे। लेकिन अब, पिछले दो वर्षों में उनके खेल के स्तर में गिरावट आई है, जिससे उनके द्वारा अर्जित नाम, प्रसिद्धि और सम्मान धीरे-धीरे कम हो रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "प्रशंसक उन्हें अब पहले जैसे नहीं देख पा रहे हैं। उनका वह जादू अब खत्म हो चुका है। चेन्नई के प्रशंसक जिन्होंने हमेशा उनका समर्थन किया, अब उन्हें लेकर गुस्से में हैं। हाल ही में मैच के बाद जब प्रशंसकों ने सड़कों पर आकर उनके खिलाफ बयान दिए, तो यह एक बड़ा संकेत था कि चीजें अब पहले जैसी नहीं रहीं।"
टीम के हित में निर्णय नहीं ले रहे हैं धोनी
मनोज तिवारी ने धोनी की बैटिंग पोजीशन को लेकर उठाए गए सवालों पर भी अपनी राय दी। उन्होंने कहा कि धोनी खुद को अधिक समय तक बल्लेबाजी करने के लिए सक्षम नहीं मानते, लेकिन अगर वह विकेटकीपिंग और फील्डिंग में फिट हैं, तो बल्लेबाजी में क्यूं नहीं?
"वे खुद को 10 ओवर से ज्यादा बैटिंग करने के लिए तैयार नहीं मानते, लेकिन अगर वह 20 ओवर तक फील्डिंग और विकेटकीपिंग कर सकते हैं, तो फिर बल्लेबाजी में इतना सीमित क्यों?" तिवारी ने कहा। "टीम को जिताने की जिम्मेदारी धोनी पर है, लेकिन निर्णय टीम के हित में नहीं हो रहे हैं। अब वक्त आ गया है कि इस प्रयोग को खत्म किया जाए और किसी को कड़ा निर्णय लेना चाहिए।"
सीएसके को चाहिए मजबूती
मनोज तिवारी का मानना है कि सीएसके को धोनी के बारे में अब सख्त कदम उठाने की जरूरत है। उनके अनुसार, धोनी को संन्यास लेकर टीम को एक नई दिशा देने का समय आ चुका है। अगले मैच में सीएसके को 8 अप्रैल को पंजाब किंग्स (PBKS) से सामना करना है, लेकिन तिवारी के अनुसार अब टीम को धोनी के अनुभव के साथ-साथ एक नए दृष्टिकोण की भी जरूरत है।
इस प्रकार, मनोज तिवारी ने धोनी के संन्यास को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की है, और माना है कि धोनी को जल्द ही खुद के लिए और टीम के लिए सही फैसला लेना चाहिए।