आज के समय में टी20 क्रिकेट को अक्सर युवा खिलाड़ियों का खेल माना जाता है, जहाँ तेज़ गति और फुर्ती की अधिक मांग होती है। लेकिन, कुछ ऐसे दिग्गज भी हुए हैं जिन्होंने अपनी अनुभव और कौशल से साबित किया है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है। इन खिलाड़ियों ने टी20 फॉर्मेट में शतक जड़कर दिखाया कि खेल को गहराई से समझना और धैर्य रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना की युवा जोश।
आइए जानते हैं टी20 क्रिकेट में शतक बनाने वाले कुछ सबसे उम्रदराज खिलाड़ियों के बारे में, जिन्होंने अपनी बेहतरीन पारियों से रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज कराया:
1. पॉल कॉलिंगवुड (Paul Collingwood)
उम्र: 41 साल, 65 दिन
टीम: डरहम (Durham)
रन: 108* बनाम वोरचेस्टरशायर (Worcestershire)
स्थान: वोरसेस्टर (Worcester)
तारीख: 30 जुलाई, 2017
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और बेहतरीन ऑलराउंडर पॉल कॉलिंगवुड ने 41 साल की उम्र पार करने के बाद भी टी20 क्रिकेट में शतक जड़कर सबको चौंका दिया था। डरहम के लिए खेलते हुए, उन्होंने वोरचेस्टरशायर के खिलाफ नाबाद 108 रन की पारी खेली, जो उस समय टी20 क्रिकेट में शतक बनाने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी का रिकॉर्ड था। यह दर्शाता है कि कैसे उनका अनुभव और खेल को पढ़ने की क्षमता उन्हें इस छोटी फॉर्मेट में भी सफल बनाती रही।
2. ग्रीम हिक (Graeme Hick)
उम्र: 41 साल, 37 दिन
टीम: वोरचेस्टरशायर (Worcestershire)
रन: 110 बनाम नॉर्थम्पटनशायर (Northamptonshire)
स्थान: किडरमिनस्टर (Kidderminster)
तारीख: 29 जून, 2007
इंग्लैंड के एक और अनुभवी बल्लेबाज ग्रीम हिक भी इस सूची में शामिल हैं। उन्होंने 41 साल की उम्र में वोरचेस्टरशायर के लिए खेलते हुए नॉर्थम्पटनशायर के खिलाफ 110 रन की शानदार पारी खेली थी। हिक अपनी क्लासिकल बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे, और इस उम्र में भी टी20 में शतक जड़ना उनकी फिटनेस और तकनीकी कौशल का बेहतरीन उदाहरण है।
3. फाफ डु प्लेसिस (Faf du Plessis)
उम्र: 40 साल, 342 दिन (21 जून, 2025 तक)
टीम: टेक्सास सुपर किंग्स (TSK)
रन: 100 बनाम सैन फ्रांसिस्को यूनिकॉर्न (SF)
स्थान: डलास (Dallas)
तारीख: 2025 में (यह मैच हाल ही में संपन्न हुआ है)
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और वर्तमान में विभिन्न टी20 लीगों के स्टार खिलाड़ी फाफ डु प्लेसिस ने मेजर लीग क्रिकेट (MLC) में टेक्सास सुपर किंग्स के लिए खेलते हुए 40 साल से अधिक की उम्र में शतक जड़कर इस विशिष्ट सूची में अपना नाम दर्ज कराया। सैन फ्रांसिस्को यूनिकॉर्न के खिलाफ डलास में उनकी यह शतकीय पारी, न केवल उनकी टीम के लिए महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह भी साबित करती है कि उनकी फिटनेस, बल्लेबाजी की तकनीक और मैच जीतने की इच्छा अभी भी बरकरार है। फाफ डु प्लेसिस की यह पारी दर्शाती है कि दबाव में भी बड़े रन बनाने की उनकी क्षमता कम नहीं हुई है।
ये खिलाड़ी उन सभी युवा क्रिकेटरों के लिए एक प्रेरणा हैं जो खेल में लंबा करियर बनाने का सपना देखते हैं। इन दिग्गजों ने साबित किया है कि उम्र केवल एक संख्या है, और अगर आप में समर्पण, फिटनेस और खेल के प्रति गहरा प्यार है, तो आप किसी भी फॉर्मेट में लंबे समय तक शीर्ष स्तर पर प्रदर्शन कर सकते हैं।