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WCL में अब कभी नहीं होगा भारत-पाक के बीच मुकाबला, जानें क्यों
WCL 2025 के फाइनल में पाकिस्तान को दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा था।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) में भविष्य में भागीदारी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। यह फैसला 3 अगस्त 2025 को पीसीबी की 79वीं बोर्ड ऑफ गवर्नर्स बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता मोहसिन नकवी ने वर्चुअली की।
इस फैसले की बड़ी वजह रही भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ दो मैचों से हटना, जिसमें एक सेमीफाइनल भी शामिल था। भारत ने यह कदम सीमा-पार तनाव के चलते उठाया, लेकिन पीसीबी ने इसे "पक्षपात और ढोंग से भरा" बताते हुए निंदा की है।
पीसीबी ने लगाए गंभीर आरोप
पीसीबी द्वारा जारी बयान में कहा गया, "मैचों का रद्द होना क्रिकेटीय योग्यता पर नहीं, बल्कि एक खास राष्ट्रवादी सोच के आगे झुकने के कारण हुआ। इस तरह का पक्षपात, संवेदनशीलता के नाम पर, अंतरराष्ट्रीय खेल समुदाय को अस्वीकार्य संदेश देता है।"
बोर्ड ने यह भी कहा कि, "हम उन आयोजनों का हिस्सा नहीं बन सकते जहां खेल की भावना पर राजनीतिक प्रभाव हावी हो जाए और निष्पक्षता की बुनियादी अवधारणाएं कमजोर हो जाएं।"
आयोजकों की माफी, लेकिन पीसीबी नहीं हुआ संतुष्ट
WCL ने भारत के बाहर होने के बाद "भावनाएं आहत करने" के लिए माफी जरूर मांगी, लेकिन पीसीबी ने इसे नाकाफी मानते हुए विरोध जारी रखा। दरअसल, लीग चरण में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाला पहला मुकाबला भी रद्द कर दिया गया था, जहां दोनों टीमों को अंक दे दिए गए। लेकिन दूसरे मैच में जब भारत ने खेलने से इनकार किया, तो पाकिस्तान को विजेता घोषित कर फाइनल में भेज दिया गया।
फाइनल में हार, लेकिन मुद्दा बना भारत की वापसी
पाकिस्तान भले ही फाइनल तक पहुंच गया हो, लेकिन खिताबी मुकाबले में उसे साउथ अफ्रीका चैंपियंस के हाथों 9 विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी। इस मैच में एबी डिविलियर्स ने 120 रनों की नाबाद तूफानी पारी खेली और अपनी टीम को 16.5 ओवर में 196 रन का लक्ष्य पार करवा दिया।
पीसीबी का यह कदम न केवल WCL के लिए बड़ा झटका है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों में राजनीति के बढ़ते प्रभाव को भी उजागर करता है। भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव का असर अब रिटायर्ड खिलाड़ियों की लीग तक पहुंच गया है, जो खेल की मूल भावना पर सवाल खड़े करता है।