पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री का मानना है कि युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन सभी फॉर्मेट में खेलने की काबिलियत रखते हैं। उन्होंने कहा कि वह सुदर्शन को जून 2025 में होने वाले इंग्लैंड दौरे के लिए भारत की टेस्ट टीम में जगह दिलाने के पक्ष में हैं। इस दौरे पर भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है, जो नए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र की शुरुआत होगी।
भारत का पिछला WTC सफर बहुत अच्छा नहीं रहा था, क्योंकि टीम को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। खासकर बल्लेबाजी कमजोर कड़ी साबित हुई थी। इंग्लैंड की परिस्थितियां बल्लेबाजों के लिए शुरू से ही चुनौतीपूर्ण रही हैं और यहां तक कि विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी संघर्ष कर चुके हैं।
आईपीएल 2025 में साई सुदर्शन ने अब तक 450 से ज्यादा रन बनाए हैं और पांच अर्धशतक जड़े हैं। इसके अलावा उन्होंने 2023 और 2024 में सरे की ओर से काउंटी क्रिकेट खेलते हुए इंग्लैंड की पिचों पर भी अच्छा प्रदर्शन किया था। वहां उन्होंने एक शतक और एक अर्धशतक लगाया।
शास्त्री का मानना है कि साई की तकनीक, अनुभव और बाएं हाथ से बल्लेबाजी करना, इन सब वजहों से वे इंग्लैंड की परिस्थितियों के लिए एक उपयोगी खिलाड़ी हो सकते हैं। शास्त्री ने कहा, "मैं इस युवा खिलाड़ी को सभी फॉर्मेट्स के लिए उपयुक्त मानता हूँ। वह क्लास प्लेयर लगता है और मेरी नजरें उन पर रहेंगी। इंग्लैंड में बाएं हाथ का बल्लेबाज होना, साथ ही वहां के हालातों की जानकारी होना — ये बहुत अहम हैं," शास्त्री ने ICC रिव्यू में कहा।
शास्त्री का मानना है कि टीम इंडिया को इंग्लैंड दौरे के लिए एक बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को जरूर टीम में शामिल करना चाहिए, क्योंकि वहां की पिचों पर स्विंग और विविधता अहम होती है। शास्त्री बोले, "मैं एक अच्छे फॉर्म में चल रहे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज पर नजर रखूंगा। जरूरी नहीं कि वह सिर्फ रेड-बॉल का विशेषज्ञ हो। जैसे अर्शदीप सिंह को 'व्हाइट बॉल स्पेशलिस्ट' कहना मुझे ठीक नहीं लगता।" अर्शदीप सिंह ने 21 फर्स्ट-क्लास मैचों में 66 विकेट लिए हैं, जिससे उनकी लाल गेंद की काबिलियत भी साबित होती है।
इस सीरीज के जरिए भारत नए WTC सफर की शुरुआत करेगा, और साई सुदर्शन जैसे युवा खिलाड़ी टीम में नई जान फूंक सकते हैं।