पूर्व भारतीय तेज़ गेंदबाज़ एस. श्रीसंत एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) ने उन्हें अगले तीन सालों के लिए क्रिकेट से निलंबित कर दिया है। यह फैसला उनके द्वारा संगठन पर लगाए गए गंभीर आरोपों और संजू सैमसन का सार्वजनिक रूप से समर्थन करने के बाद लिया गया है।
यह मामला तब शुरू हुआ जब श्रीसंत ने मीडिया में बयान दिया कि KCA अपने घरेलू खिलाड़ियों की उपेक्षा करता है और बाहर के खिलाड़ियों को ज़्यादा प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा, “हमारे पास सिर्फ एक अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी है – संजू सैमसन। आइए हम सब उसे समर्थन दें।” यह बयान उन्होंने तब दिया जब संजू सैमसन को विजय हज़ारे और रणजी ट्रॉफी की टीमों से बाहर कर दिया गया था।
KCA ने श्रीसंत के आरोपों को अपमानजनक और तथ्यहीन बताया। उनका कहना है कि श्रीसंत को केरल क्रिकेट की सही जानकारी नहीं है। KCA ने यह भी याद दिलाया कि श्रीसंत को IPL स्पॉट फिक्सिंग मामले में कानूनी रूप से दोषमुक्त नहीं ठहराया गया है, सिर्फ केस को खारिज किया गया था।
KCA ने कहा, "ऐसे खिलाड़ी से हमें किसी खिलाड़ी की सुरक्षा की ज़रूरत नहीं। हमने तो भलाई में उन्हें रणजी टीम में शामिल किया था जब उनका पिछला बैन खत्म हुआ था।"
KCA ने यह भी घोषणा की है कि वे संजू सैमसन के पिता और दो अन्य लोगों के खिलाफ मुआवज़ा दावा दर्ज करेंगे। इन लोगों ने सैमसन के नाम का इस्तेमाल करते हुए KCA पर झूठे आरोप लगाए थे। हालांकि, केरल क्रिकेट लीग की फ्रेंचाइज़ी कोल्लम एरीज़ पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है, लेकिन उसके सह-मालिक श्रीसंत को निलंबित कर दिया गया है।
श्रीसंत संजू सैमसन का समर्थन कर रहे हैं, वहीं KCA इसे संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाने वाला कदम मान रही है। आने वाले समय में देखना होगा कि यह मामला किस दिशा में आगे बढ़ता है।