चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए इस आईपीएल सीजन में एक बड़ा सवाल बन गया है कि महेंद्र सिंह धोनी को बल्लेबाजी के लिए क्यों नीचे भेजा जा रहा है। धोनी, जो अब 43 वर्ष के हैं, इस सीजन में दो बार असफल रन चेज़ में आए हैं। एक मैच में वे नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने आए, जबकि दूसरे मैच में नंबर 7 पर। CSK द्वारा दोनों मैच हारने के बाद उन पर सवाल उठने लगे हैं कि आखिर धोनी को इतने नीचे बल्लेबाजी करने क्यों भेजा जाता है?
CSK के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने इस पर सफाई दी और बताया कि धोनी अब पहले की तरह पूरी क्षमता से बल्लेबाजी नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि धोनी के शरीर में अब उतनी मजबूती नहीं रही, खासकर उनके घुटनों में। फ्लेमिंग ने कहा, "धोनी अब 10 ओवर तक पूरा जोर लगाकर बल्लेबाजी नहीं कर सकते। उनका काम अब आखिरी ओवरों में आता है, जब टीम को उनकी जरूरत होती है।"
फ्लेमिंग ने यह भी बताया कि धोनी खुद स्थिति के हिसाब से निर्णय लेते हैं कि उन्हें कब बल्लेबाजी करनी चाहिए। यदि मैच की स्थिति टाइट हो, तो वे जल्दी आते हैं। उन्होंने कहा, "धोनी का शरीर पहले जैसा नहीं रहा, लेकिन वह दिन के हिसाब से अपना योगदान तय करते हैं। वह टीम को बैक करते हैं और बाकी खिलाड़ियों को मौका देते हैं।"
कुछ विशेषज्ञों ने धोनी के इतनी नीचे बल्लेबाजी करने को लेकर सवाल उठाए हैं। उदाहरण के लिए, जब CSK को RR के खिलाफ 25 गेंदों पर 54 रन की जरूरत थी, तब धोनी को भेजा गया। इससे पहले RCB के खिलाफ भी धोनी नंबर 9 पर बल्लेबाजी करने आए थे, जब टीम मुश्किल में थी। इस पर फ्लेमिंग ने कहा, "धोनी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं, उनकी नेतृत्व क्षमता और विकेटकीपिंग को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए हम उन्हें 9वें या 10वें ओवर में बल्लेबाजी के लिए नहीं भेज सकते।"
फ्लेमिंग ने यह भी स्पष्ट किया कि धोनी का मूल्य टीम के लिए बहुत बड़ा है। उन्होंने कहा, "हम उन्हें मैच की स्थिति के हिसाब से भेजते हैं, खासकर जब मैच 13-14 ओवर तक पहुंच जाए।"
इस प्रकार, धोनी की बल्लेबाजी क्रम को लेकर CSK के कोच ने पूरी स्थिति को स्पष्ट करते हुए बताया कि धोनी की फिटनेस और उनका योगदान टीम के लिए अधिक महत्वपूर्ण है, और वह सही समय पर ही बल्लेबाजी के लिए आते हैं।