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हैदराबाद लौटे मोहम्मद सिराज, फैंस ने गूंजते नारों के साथ किया जोरदार स्वागत, देखें वायरल वीडियो
ओवल टेस्ट में सिराज के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर टीम इंडिया ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद सिराज ने इंग्लैंड के खिलाफ 2025 की एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर एक बार फिर खुद को देश का हीरो साबित कर दिया है। इंग्लैंड दौरे से लौटते ही हैदराबाद एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत हुआ, जहां भारी संख्या में प्रशंसकों ने 'सिराज-सिराज' के नारे लगाते हुए तिरंगा लहराकर उन्हें सम्मान दिया।
🏏 Hyderabad’s star pacer #MohammedSiraj returns home after a sensational 9-wicket haul at The Oval!
— indtoday (@ind2day) August 6, 2025
His fiery spell helped India clinch a thrilling 6-run win over England & level the series 2-2.
Man of the Match & hero of the hour! 🔥💪#INDvsENG #Hyderabad #Cricket pic.twitter.com/VzkYWsyLVp
ओवल टेस्ट में सिराज का कहर, बने मैन ऑफ द मैच
पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ के आखिरी मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को मात्र 6 रन से हराकर सीरीज़ 2-2 से बराबर की। इस ऐतिहासिक जीत के हीरो रहे मोहम्मद सिराज, जिन्होंने 9 विकेट लेकर मैच का रुख पलट दिया। उन्होंने इस मुकाबले में 9/190 का करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
सीरीज़ के टॉप विकेट टेकर
मोहम्मद सिराज ने सीरीज़ के नौ पारियों में कुल 23 विकेट झटके और वे पूरे दौरे में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने। उन्होंने 185.3 ओवरों की मेहनत से यह मुकाम हासिल किया, जिसमें उनका औसत 32.43 और इकॉनॉमी रेट 4.02 रहा।
सादगी और संघर्ष की कहानी
हैदराबाद की गलियों से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन करने वाले सिराज की कहानी हर युवा के लिए प्रेरणा है। साधारण परिवार से आने वाले सिराज ने कड़ी मेहनत, अनुशासन और जुनून के दम पर यह मुकाम हासिल किया है। उनके इस समर्पण को फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने सोशल मीडिया पर जमकर सराहा है।
शुभमन गिल और सिराज बने भारत की ताकत
इस सीरीज़ में कप्तान शुभमन गिल (754 रन) और मोहम्मद सिराज भारत की जीत के दो सबसे बड़े स्तंभ रहे। गिल ने बल्ले से धमाल मचाया, तो सिराज ने गेंद से कमाल दिखाया।
मोहम्मद सिराज की यह वापसी न सिर्फ़ उनके लिए बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। उनका प्रदर्शन यह साबित करता है कि जब इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।