पहले टेस्ट मैच में शानदार दोहरा शतक जड़ने वाले टीम इंडिया के उप-कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत अब विवादों में घिर गए हैं। लीड्स टेस्ट के दौरान अंपायर के फैसले पर असहमति जताने के कारण आईसीसी ने पंत को आधिकारिक रूप से फटकार लगाई है। इससे उनके दूसरे टेस्ट में खेलने को लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
यह घटना इंग्लैंड की दूसरी पारी के 61वें ओवर की है, जब हैरी ब्रूक और बेन स्टोक्स क्रीज़ पर थे। पंत ने गेंद की हालत को लेकर अंपायरों से बातचीत की और गेंद बदलने की मांग की। लेकिन जब अंपायरों ने गेंद गेज से जांच के बाद गेंद बदलने से इनकार कर दिया, तो पंत ने नाराजगी में गेंद को ज़मीन पर फेंक दिया, जो आईसीसी आचार संहिता का उल्लंघन है।
आईसीसी ने इसे लेवल 1 का उल्लंघन (अनुच्छेद 2.8) माना है, जो इंटरनेशनल मैच में अंपायर के फैसले पर असहमति जताने से जुड़ा है। पंत ने अपनी गलती मान ली, इसलिए सुनवाई की ज़रूरत नहीं पड़ी। उन्हें मैच रेफरी रिची रिचर्डसन द्वारा चेतावनी दी गई है और मैच फीस का कुछ हिस्सा काटा जा सकता है। यह शिकायत मैच में मौजूद चारों अंपायरों ने की थी।
हालांकि पंत ने इस टेस्ट में दोनों पारियों में शतक जमाकर टीम के लिए अहम योगदान दिया, लेकिन उनके कुछ फैसले चर्चा में हैं। उन्होंने हैरी ब्रूक का आसान कैच छोड़ा जब वह 46 रन पर थे, और बाद में ब्रूक ने 99 रन बना दिए। साथ ही अंपायर से बहस और गुस्से में गेंद फेंकना उनके व्यवहार पर सवाल खड़े करता है।
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इस तरह की गलतियां दोहराई गईं तो टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ता उनके व्यवहार को गंभीरता से ले सकते हैं। हालांकि फिलहाल उन्हें केवल चेतावनी दी गई है, दूसरे टेस्ट से बाहर किए जाने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं है।