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रोहित-विराट युग के बाद क्या चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर की भी होगी छुट्टी? जानें BCCI का क्या है प्लान
अजीत अगरकर का मुख्य चयनकर्ता के तौर पर कार्यकाल 4 जुलाई 2023 को शुरू हुआ था।
भारतीय क्रिकेट एक नए दौर में प्रवेश कर चुका है। रविचंद्रन अश्विन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है, जबकि रोहित शर्मा और विराट कोहली अब टेस्ट और टी20 क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं। रविंद्र जडेजा ने भी टी20 फॉर्मेट से दूरी बना ली है। ऐसे समय में जब टीम इंडिया बड़े बदलावों से गुजर रही है, बीसीसीआई ने चयन समिति में स्थिरता बनाए रखने का फैसला लिया है।
अजीत अगरकर बने रहेंगे मुख्य चयनकर्ता (Ajit Agarkar to Continue as BCCI Chief Selector)
4 जुलाई 2023 को अजीत अगरकर को बीसीसीआई का मुख्य चयनकर्ता नियुक्त किया गया था। उनका दो साल का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है, लेकिन बोर्ड ने संकेत दिया है कि उन्हें कम से कम एक साल का विस्तार दिया जाएगा।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने CricBlogger को बताया, “अगरकर का चयन समिति में बने रहना तय है। हालांकि बोर्ड इसके लिए औपचारिक प्रक्रिया अपनाएगा, लेकिन उनकी भूमिका आगे भी जारी रहेगी।”
अगरकर के कार्यकाल में टीम इंडिया की उपलब्धियाँ
अगरकर के नेतृत्व में चयन समिति ने कई साहसी और दूरदर्शी फैसले लिए हैं, जिनके अच्छे नतीजे भी सामने आए। उनके कार्यकाल में:
भारत ने T20 वर्ल्ड कप 2024 और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीती
ODI वर्ल्ड कप 2023 के फाइनल तक पहुंची
घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मौका मिला
युवा खिलाड़ियों को मौका देने का सिलसिला
अगरकर के समय में कई नए चेहरों को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उतरने का मौका मिला:
सरफराज़ खान को आखिरकार टेस्ट डेब्यू का मौका मिला
नितीश कुमार रेड्डी ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक जड़ा
करुण नायर को 8 साल बाद फिर से टीम में जगह मिली
यशस्वी जायसवाल ने भी इसी दौरान डेब्यू किया
चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और योग्यता के आधार पर फैसले लेना अगरकर की सबसे बड़ी ताकत रही है।
कुछ मतभेद भी हुए
हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक अगरकर और टीम मैनेजमेंट के बीच कुछ मामलों में मतभेद भी सामने आए हैं। रोहित और विराट के टेस्ट संन्यास को लेकर भी अगरकर पर सवाल उठे, लेकिन चयन प्रक्रिया पर सीधा आरोप लगाना उचित नहीं माना गया।
भविष्य की तैयारी
अब जबकि T20 वर्ल्ड कप 2026 भी नजदीक है, बीसीसीआई को उम्मीद है कि अगरकर की टीम ऐसे ही मजबूत और संतुलित चयन करती रहेगी, जिससे भारतीय क्रिकेट का भविष्य और भी उज्ज्वल बन सके।