इंग्लैंड के खिलाफ हेडिंग्ले में खेला गया पहला टेस्ट मैच टीम इंडिया के लिए ऐतिहासिक हो सकता था, लेकिन नतीजा कुछ और ही निकला। टेस्ट मैच में ज़्यादातर समय तक भारत ने पकड़ बनाए रखी थी और लग रहा था कि शुभमन गिल अपनी कप्तानी की शुरुआत एक यादगार जीत से करेंगे। लेकिन अंतिम दिन इंग्लैंड ने 371 रनों का विशाल लक्ष्य महज़ 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया और भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा।
इस हार के साथ ही गिल के कप्तानी करियर की शुरुआत खराब रही और भारत ने अपने पिछले 9 टेस्ट में से सिर्फ़ एक ही मैच जीता है।
इस मैच के साथ भारत ने कई अनचाहे रिकॉर्ड भी बना दिए हैं, आइए जानते हैं:
यह पहली बार हुआ जब किसी टीम ने टेस्ट मैच में पांच अलग-अलग शतक लगाए और फिर भी हार गई। भारत की ओर से यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल और ऋषभ पंत (दो बार) ने शतक लगाए, लेकिन टीम जीत नहीं सकी। इसके उलट इंग्लैंड ने सिर्फ दो शतक (ओली पोप और बेन डकेट) के दम पर आसानी से जीत हासिल की।
इंग्लैंड ने टेस्ट के पांचवें दिन 352 रन बनाकर जीत दर्ज की, जो पिछले 77 वर्षों में किसी भी टीम द्वारा पांचवें दिन बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले 1948 में ऑस्ट्रेलिया ने लीड्स में ही इंग्लैंड के खिलाफ 404 रन बनाए थे।
भारत अब टेस्ट क्रिकेट इतिहास की पहली एशियाई टीम बन गई है जिसने दो बार 350 से ज़्यादा का लक्ष्य डिफेंड करने में नाकामी पाई है। 2022 में एजबेस्टन और अब 2025 में हेडिंग्ले में इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ ये लक्ष्य हासिल किए हैं।
चौथी पारी में 371 रन का बचाव करते हुए भारत ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज़ों से 188 रनों की साझेदारी झेली। यह इस सदी में किसी भी टीम द्वारा चौथी पारी में झेली गई सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप है।
शुभमन गिल की कप्तानी की शुरुआत जिस तरह से हुई है, वो टीम इंडिया के लिए सोचने वाली बात है। पांच शतक, मज़बूत स्कोर और अच्छी शुरुआत के बावजूद भारत की हार यह दिखाती है कि टेस्ट मैच में अंतिम दिन कितना महत्वपूर्ण होता है। अब देखना होगा कि गिल और टीम इंडिया अगले मुकाबलों में कैसी वापसी करते हैं।