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"मैंने हर बार खुद को साबित...," भारतीय टेस्ट टीम के एलान के बाद छलका इस खिलाड़ी का दर्द
BCCI ने शनिवार को इंग्लैंड दौरे के लिए 18 सदस्यीय भारतीय टेस्ट टीम का एलान किया है।
भारतीय क्रिकेट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज़ और विकेटकीपर केएल राहुल ने हाल ही में अपने करियर से जुड़ी एक ईमानदार और भावुक बात साझा की। उन्होंने बताया कि हर बार जब वह टीम से कुछ समय के लिए बाहर होते हैं और फिर वापसी करते हैं, तो उन्हें बार-बार खुद को साबित करना पड़ता है – और यही बात उन्हें अंदर से कचोटती है।
"हर बार सोचता हूं, मैं और क्या करूं?"
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत की शानदार जीत के बाद, राहुल ने सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अहम पारी खेली थी। लेकिन मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने जो कहा, वह कई खिलाड़ियों की आवाज़ बन गया। राहुल बोले, "जब भी मैं कुछ महीने बाद वनडे टीम में वापसी करता हूं, तो लोग पूछते हैं – क्या ये प्लेइंग इलेवन में होगा? कहां फिट बैठेगा? उस वक्त लगता है, मैंने अब तक जो किया वो क्या किसी ने देखा नहीं? फिर भी मैंने हर भूमिका में अपना 100 प्रतिशत दिया है।"
"निर्णय लेने वाले भूल जाते हैं कि खिलाड़ी ने क्या किया है"
राहुल ने स्काई स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में पूर्व इंग्लैंड कप्तान नासिर हुसैन से बातचीत करते हुए यह भी कहा कि सिर्फ प्रदर्शन करना मुश्किल नहीं है, असली चुनौती तो उन लोगों की है जो चयन करते हैं। "प्रदर्शन तो हर खिलाड़ी को करना ही होता है, लेकिन मुश्किल तब होती है जब जो लोग फैसले लेते हैं, वे ये भूल जाते हैं कि आपने पिछले टूर्नामेंट में क्या किया है। यही मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती रही है।"
आने वाली चुनौतियों को लेकर तैयार हैं राहुल
राहुल ने ये भी बताया कि जब वो अगस्त में बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज़ में वापसी करेंगे, तब फिर वही बातें दोहराई जाएंगी – "अब हमें 2027 वर्ल्ड कप की तैयारी करनी है, नए खिलाड़ियों को मौका देना चाहिए।" उन्होंने कहा कि ये स्थिति सिर्फ उनके साथ नहीं, बल्कि हर अनुभवी खिलाड़ी को झेलनी पड़ती है।
आईपीएल 2025 में भी दिखाया दमखम
दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हुए आईपीएल 2025 में भी राहुल ने अपने दमदार प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा। कभी मिडिल ऑर्डर में विकेटकीपर-बल्लेबाज़ की भूमिका निभाई तो कभी ओपनिंग में उतरकर तूफानी शतक जड़ा। उन्होंने पूरे सीजन में 539 रन बनाए, वो भी करीब 150 की स्ट्राइक रेट से।
केएल राहुल की कहानी सिर्फ एक क्रिकेटर की नहीं, बल्कि उस संघर्ष की है जो हर बार खुद को साबित करने की ज़िद और जुनून में झलकता है। उनका यह सफर हमें बताता है कि प्रतिभा और धैर्य के साथ अगर आप हर बार खड़े हो सकते हैं, तो सफलता को कोई रोक नहीं सकता।