विराट कोहली और रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। जहां एक ओर शुभमन गिल और जसप्रीत बुमराह को संभावित कप्तानी उम्मीदवारों के रूप में देखा जा रहा है, वहीं रविचंद्रन अश्विन ने एक बिल्कुल अलग नाम की सिफारिश की है – रवींद्र जडेजा।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर तमिलनाडु के पूर्व ओपनर विद्युत शिवरामकृष्णन के साथ बातचीत में कहा, “हर कोई गिल की बात कर रहा है, लेकिन एक बड़ा विकल्प जसप्रीत बुमराह भी हैं। मगर हम रवींद्र जडेजा को क्यों भूल जाते हैं?”
अश्विन का मानना है कि अगर टीम किसी युवा खिलाड़ी को कप्तान बनाना चाहती है, तो उसे पहले किसी अनुभवी खिलाड़ी के नेतृत्व में दो साल तक तैयार करना चाहिए और फिर पूरी जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि गिल जैसे युवा को उपकप्तान बनाकर अनुभव दिया जाए।
अश्विन ने आगे कहा, “क्यों न हम 3-4 कप्तान उम्मीदवारों को बुलाकर उनसे एक प्रजेंटेशन करवाएं, जिसमें वे अपने विचार और टीम के लिए विजन साझा करें? ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों में ऐसा होता है, तो भारत में क्यों नहीं?”
जहां तक बुमराह की बात है, अश्विन ने उन्हें भी मजबूत विकल्प बताया। उन्होंने कहा, “पैट कमिंस को देखिए, वो भी पीठ की चोट से उबरे हैं और अब ऑस्ट्रेलिया के कप्तान हैं। बुमराह भी हमारे देश का खजाना हैं और उन्हें इस चर्चा का हिस्सा जरूर बनाना चाहिए।”
हालांकि बुमराह की फिटनेस को लेकर भी सवाल हैं, क्योंकि हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्हें चोट लगी थी और इंग्लैंड के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में उनकी उपलब्धता को लेकर संदेह बना हुआ है।
कुल मिलाकर, अश्विन ने यह साफ कर दिया है कि कप्तानी सिर्फ नाम पर नहीं बल्कि सोच, अनुभव और नेतृत्व क्षमता पर मिलनी चाहिए – चाहे वह बुमराह हों, गिल या फिर जडेजा।