3 जून 2025—यह तारीख क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो चुकी है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने आखिरकार 18 साल का लंबा इंतज़ार खत्म करते हुए पहली बार आईपीएल ट्रॉफी अपने नाम कर ली। सालों से चले आ रहे "ई साला कप नमदे" जैसे नारे और ट्रोल अब इतिहास बन चुके हैं।
यह फाइनल मुकाबला व्यूअरशिप के मामले में इतना ज़बरदस्त रहा कि इसने भारत-पाकिस्तान जैसे हाई-वोल्टेज मैच को भी पीछे छोड़ दिया।
MoneyControl की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस मैच ने Jiostar पर 67.8 करोड़ व्यूज़ हासिल किए, जबकि इसी साल ICC चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाक मैच के लगभग 60 करोड़ व्यूज़ थे।
मैच शुरू होते ही Jiostar पर 4.3 करोड़ लोग जुड़े। जैसे-जैसे रोमांच बढ़ता गया, व्यूअरशिप भी आसमान छूने लगी। विराट कोहली जब 43 रन बनाकर आउट हुए, तो मैदान में सन्नाटा था लेकिन डिजिटल स्क्रीन पर 26.5 करोड़ लोग देख रहे थे। जितेश शर्मा की आतिशी पारी ने इसे 30 करोड़ तक पहुंचा दिया।
RCB की पारी खत्म होते-होते ये आंकड़ा 35 करोड़ पार कर गया।
जब PBKS बल्लेबाज़ एक-एक कर आउट होते गए, व्यूअरशिप और बढ़ती गई। प्रभसिमरन सिंह के आउट होते ही 50 करोड़ का आंकड़ा पार हुआ। आखिरी ओवरों तक आते-आते यह संख्या 63 करोड़ पहुंच गई। और जैसे ही RCB ने ट्रॉफी जीत ली, 67.8 करोड़ का रिकॉर्ड बन गया।
हालांकि Jiostar पर व्यूअरशिप गिनने का तरीका अलग है—अगर आपने ऐप 10 बार खोला, तो 10 बार गिना जाएगा—लेकिन इसके बावजूद यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं।
इस पूरे सीज़न बनते रहे रिकॉर्ड:
ओपनिंग वीकेंड: 4,956 करोड़ मिनट देखे गए
पहले तीन मैच: 137 करोड़ व्यूज़, 2,186 करोड़ मिनट
टीवी व्यूअरशिप: 25.3 करोड़ दर्शक
CTV (कनेक्टेड टीवी) में 54% की बढ़ोतरी
जर्सी पर नंबर 18, 18 साल का इंतज़ार और 18वें सीज़न में ट्रॉफी—जैसे सब कुछ विराट कोहली के लिए लिखा गया हो। उनकी मेहनत, जुनून और विश्वास का यह इनाम सिर्फ एक खिलाड़ी के लिए नहीं, बल्कि करोड़ों RCB फैन्स के लिए था।
दुनिया ने देखा। बार-बार देखा। और इस पल को कभी नहीं भूलेगी।