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Last updated on 18 May 2025 | 09:39 AM
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कोहली के टेस्ट संन्यास पर सामने आयी सौरव गांगुली की प्रतिक्रिया, बोले - ये फैसला चौंकाने वाला था

पूर्व भारतीय कप्तान के मुताबिक, विराट का संन्यास लेना रोहित के रिटायरमेंट की खबर से ज्यादा हैरान करने वाली थी।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली ने हाल ही में विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। गांगुली ने माना कि उन्हें रोहित शर्मा के मुकाबले कोहली के फैसले ने ज़्यादा चौंकाया।


गांगुली ने कहा - संन्यास एक व्यक्तिगत निर्णय है

एक मीडिया बातचीत में गांगुली ने कहा, "खिलाड़ी का खेलना या संन्यास लेना उसका निजी फैसला होता है। विराट और रोहित दोनों ने अपने मन से यह फैसला लिया है और दोनों का टेस्ट करियर शानदार रहा है।" उन्होंने आगे कहा कि अब असली सवाल यह है कि भारतीय टेस्ट टीम की अगली कमान कौन संभालेगा।


कोहली और गांगुली के रिश्ते रहे उतार-चढ़ाव भरे

जब विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान थे, तब सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष थे। कोहली के टी20 कप्तानी छोड़ने के फैसले के समय गांगुली ने उन्हें समझाने की कोशिश भी की थी, लेकिन कोहली ने निर्णय ले लिया था। इसके बाद दोनों के बीच मतभेद की खबरें सामने आईं। हालांकि, हाल ही में आईपीएल में दोनों को मैदान पर हाथ मिलाते हुए देखा गया, जिससे माहौल थोड़ा सहज होता दिखा।


कोहली ने गांगुली के टेस्ट कप्तानी रिकॉर्ड तोड़े

सौरव गांगुली लंबे समय तक भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तानों में गिने जाते थे, लेकिन विराट कोहली ने उनके कई रिकॉर्ड पीछे छोड़ दिए। कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में कप्तानी की, जिसमें से उन्होंने लगभग 59% मैचों में जीत हासिल की। वहीं गांगुली ने 49 मैचों में कप्तानी की थी और उनका जीत प्रतिशत 42.85% था।

विदेशी धरती पर सबसे ज़्यादा टेस्ट जीत दर्ज करने वाले भारतीय कप्तान के तौर पर भी कोहली ने गांगुली को पीछे छोड़ा। गांगुली ने विदेश में 11 टेस्ट मैच जीते थे, जबकि कोहली ने यह मुकाम सिर्फ 24 मैचों में ही हासिल कर लिया।


गांगुली की विरासत और कोहली का योगदान

जहां गांगुली ने भारतीय टीम को विदेश में टेस्ट जीतने की उम्मीद दी, वहीं कोहली ने उस परंपरा को आगे बढ़ाया और भारत को कई बड़ी विदेशी जीत दिलाई। दोनों ही कप्तानों ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया।

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