विराट कोहली निस्संदेह भारतीय टेस्ट क्रिकेट के सबसे सफल और प्रभावशाली कप्तानों में से एक रहे हैं। उनकी कप्तानी का दौर न केवल आंकड़ों के लिहाज से यादगार रहा, बल्कि खेल के प्रति आक्रामक रवैये, फिटनेस पर ज़ोर और विदेशों में जीत की भूख के लिए भी जाना जाता है। कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने नई ऊंचाइयों को छुआ, और इस दौरान टीम का हिस्सा बनना किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए एक बड़ा सपना था।
टेस्ट कैप हासिल करना किसी भी क्रिकेटर के लिए वर्षों की कड़ी मेहनत, घरेलू क्रिकेट में निरंतर प्रदर्शन और राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का विश्वास जीतने का प्रतीक होता है। यह सिर्फ एक मैच खेलने का अवसर नहीं, बल्कि उस प्रतिष्ठित समूह में शामिल होने का निमंत्रण है जिसने भारत के लिए क्रिकेट के सबसे लंबे और चुनौतीपूर्ण प्रारूप में प्रतिनिधित्व किया है। जब यह कैप विराट कोहली जैसे कप्तान के नेतृत्व में मिलती है, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है, क्योंकि यह उस दौर में टीम के उच्च मानकों और प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है।
यह आर्टिकल इसी सवाल का जवाब देने का प्रयास करता है कि विराट कोहली के टेस्ट कप्तानी कार्यकाल के दौरान कितने खिलाड़ियों ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की। हम न केवल कुल संख्या पर नज़र डालेंगे, बल्कि उन खिलाड़ियों की पूरी सूची और उनके डेब्यू से जुड़े संदर्भों को भी समझने की कोशिश करेंगे, ताकि कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया के विकास और बदलावों की एक स्पष्ट तस्वीर मिल सके।
विराट कोहली ने पहली बार दिसंबर 2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में भारत की कप्तानी संभाली, जब महेंद्र सिंह धोनी चोटिल थे। धोनी के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास के बाद, जनवरी 2015 में सिडनी टेस्ट से वह पूर्णकालिक कप्तान बने और जनवरी 2022 में दक्षिण अफ्रीका दौरे तक इस भूमिका में रहे।
इस दौरान, कोहली ने कुल 68 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व किया, जो किसी भी भारतीय कप्तान द्वारा दूसरा सबसे अधिक है। उनकी कप्तानी में भारत ने 40 मैच जीते, 17 हारे और 11 ड्रॉ रहे, जिससे उनका जीत प्रतिशत 58.82% रहा – जो कम से कम 10 टेस्ट में कप्तानी करने वाले भारतीय कप्तानों में सर्वश्रेष्ठ है।
कोहली का कप्तानी युग भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का प्रतीक है। इस दौर की पहचान टीम की फिटनेस संस्कृति में अभूतपूर्व सुधार, एक विश्व स्तरीय तेज गेंदबाजी आक्रमण का विकास (जिसमें जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, इशांत शर्मा, उमेश यादव और बाद में मोहम्मद सिराज जैसे गेंदबाज शामिल थे), और ऑस्ट्रेलिया (दो बार), इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी जगहों पर ऐतिहासिक टेस्ट मैच और सीरीज़ जीतना शामिल है। टीम ने घरेलू मैदान पर अपना दबदबा कायम रखा और कोहली के नेतृत्व में एक आक्रामक और निडर ब्रांड का क्रिकेट खेला, जिसका लक्ष्य हर परिस्थिति में जीत हासिल करना था।
कोहली का लंबा और सफल कप्तानी कार्यकाल स्वाभाविक रूप से नए खिलाड़ियों के उभरने और टीम में शामिल होने के अधिक अवसर प्रदान करता है। एक लंबी अवधि में खिलाड़ियों की उम्र बढ़ना, फॉर्म में उतार-चढ़ाव और चोटें लगना आम बात है, जिससे नए चेहरों को मौका मिलता है। इसके साथ ही, कोहली और टीम प्रबंधन का विदेशों में जीत पर विशेष ध्यान देने का मतलब था कि टीम को विभिन्न परिस्थितियों के लिए विशिष्ट कौशल वाले खिलाड़ियों और एक मजबूत बेंच स्ट्रेंथ की आवश्यकता थी। इस गतिशील संतुलन ने कोहली के युग में पदार्पण करने वाले खिलाड़ियों की संख्या और उनके चयन के पीछे की रणनीति को आकार दिया।
विराट कोहली की कप्तानी में कुल 30 खिलाड़ियों ने अपना टेस्ट डेब्यू किया। यह संख्या उनके लगभग सात साल के कप्तानी कार्यकाल के दौरान टीम में हुए बदलावों और अवसरों को दर्शाती है। कोहली के नेतृत्व में टेस्ट कैप पाने वाले पहले खिलाड़ी लेग स्पिनर कर्ण शर्मा थे, जिन्होंने दिसंबर 2014 में एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने कप्तान के पहले ही मैच में पदार्पण किया था। उनके कार्यकाल के अंत तक कई अन्य खिलाड़ियों को यह सम्मान मिला, जिनमें से कुछ आगे चलकर टीम के महत्वपूर्ण सदस्य बने।
यहाँ उन सभी 30 खिलाड़ियों की सूची दी गई है जिन्होंने विराट कोहली की कप्तानी में अपना टेस्ट पदार्पण किया:
विराट कोहली के नेतृत्व में 24 खिलाड़ियों (जनवरी 2022 तक) को टेस्ट कैप मिलना उनके लगभग 7 साल के कार्यकाल को देखते हुए एक महत्वपूर्ण संख्या है। औसतन, यह प्रति वर्ष लगभग 3-4 नए खिलाड़ियों के पदार्पण को दर्शाता है। यह आंकड़ा न केवल टीम में नियमित बदलाव (चोट, फॉर्म, संन्यास) का संकेत देता है, बल्कि चयनकर्ताओं और कप्तान की नई प्रतिभाओं को परखने और टीम की गहराई बढ़ाने की इच्छा को भी दर्शाता है।
अगर हम इन 24 पदार्पणकर्ताओं की भूमिकाओं का विश्लेषण करें, तो एक दिलचस्प तस्वीर उभरती है:
बल्लेबाज: 8 (राहुल, नायर, विहारी, शॉ, अग्रवाल, गिल, अय्यर, सूर्यकुमार यादव - हालांकि यादव का डेब्यू बाद में हुआ, उन्हें शामिल किया जा सकता है यदि सूची को थोड़ा व्यापक रखा जाए, लेकिन सटीक 24 में 7)
गेंदबाज (तेज): 6 (बुमराह, सिराज, सैनी, नटराजन, प्रसिद्ध कृष्णा*, अर्शदीप सिंह*, मुकेश कुमार* - *ये कोहली के बाद के हैं, सटीक 24 में बुमराह, सिराज, सैनी, नटराजन = 4)
गेंदबाज (स्पिन): 4 (कर्ण शर्मा, कुलदीप यादव, नदीम, अक्षर पटेल)
ऑलराउंडर: 4 (बिन्नी, गुरकीरत, जयंत यादव, हार्दिक पंड्या, वाशिंगटन सुंदर)
विकेटकीपर-बल्लेबाज: 3 (ओझा, पंत, भरत)