भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास को लेकर बड़ा बयान दिया है। कैफ का कहना है कि कोहली इस फॉर्मेट को अलविदा कहना नहीं चाहते थे, बल्कि यह फैसला बीसीसीआई और चयनकर्ताओं की प्रतिक्रिया के बाद लिया गया।
कैफ ने एक इंटरव्यू में कहा, “मुझे लगता है कि विराट कोहली टेस्ट क्रिकेट में बने रहना चाहते थे। उन्होंने रणजी ट्रॉफी भी खेली थी, जिससे साफ था कि वे वापसी की तैयारी कर रहे थे। लेकिन हो सकता है चयनकर्ताओं ने उन्हें बताया हो कि उनकी हालिया टेस्ट फॉर्म को देखते हुए अब टीम में उनकी जगह पक्की नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “चयनकर्ताओं और बीसीसीआई के साथ कुछ आंतरिक बातचीत जरूर हुई होगी। शायद विराट को उम्मीद थी कि उन्हें पूरा समर्थन मिलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।”
विराट कोहली ने 123 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 9,230 रन बनाए। इस दौरान उनका औसत 46.85 रहा, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। वे भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उनसे ऊपर हैं सचिन तेंदुलकर (15,921 रन), राहुल द्रविड़ (13,288 रन) और सुनील गावस्कर (10,122 रन)।
कैफ ने यह भी कहा कि रोहित शर्मा का टेस्ट से संन्यास आना तय लग रहा था, लेकिन विराट कोहली का अचानक लिया गया फैसला उन्हें हैरान कर गया।
उन्होंने कहा, “विराट कोहली बेहद फिट खिलाड़ी हैं। भले ही उनके हालिया आंकड़े थोड़े कमजोर रहे हों, लेकिन वे अभी भी टेस्ट में खेल सकते थे और युवाओं का मार्गदर्शन कर सकते थे। उन्होंने हमेशा कहा है कि टेस्ट क्रिकेट उनका पसंदीदा फॉर्मेट है। इसलिए उनका ये फैसला थोड़ा असमंजस में डालने वाला है।”
कैफ का मानना है कि शायद कोहली ने खुद यह महसूस किया हो कि अब टेस्ट में लंबी पारियां खेलने के लिए पहले जैसी मानसिक और तकनीकी तैयारी नहीं रही। साथ ही बीसीसीआई से मिली प्रतिक्रिया ने भी इस निर्णय को प्रभावित किया हो।