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Last updated on 05 Aug 2025 | 09:11 AM
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Unsung Heroes of Oval Test: भारत की ऐतिहासिक जीत में नायक बनें सिराज, मगर इस शोर में न भूलें इन खिलाड़ियों का योगदान

शुभमन गिल की अगुवाई में टीम इंडिया का इंग्लैंड दौरा यादगार रहा।

इंग्लैंड के खिलाफ ओवल टेस्ट में भारत की 6 रन से जीत सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट इतिहास का एक सुनहरा अध्याय बन गई है। सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म हुई और भारतीय खिलाड़ियों के जज्बे ने सभी का दिल जीत लिया। जहां सिराज की गेंदबाज़ी और जायसवाल का शतक सुर्खियों में रहा, वहीं कुछ ऐसे खिलाड़ी और फैसले भी रहे जिन्होंने मैच का रुख बदल दिया। आइए जानते हैं उन बड़े कारणों के बारे में, जिनकी वजह से भारत को मिली ये ऐतिहासिक जीत।


मोहम्मद सिराज – मैच के सबसे बड़े हीरो

इसमें कोई दो राय नहीं है कि ओवल टेस्ट में जीत के सबसे बड़े हीरो कोई और नहीं बल्कि मोहम्मद सिराज रहे। उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह भारतीय तेज़ गेंदबाज़ी के अगुवा क्यों हैं। अंतिम दिन जब इंग्लैंड को जीत के लिए 35 रन चाहिए थे और 4 विकेट बाकी थे, तब सिराज ने कहर बरपाते हुए 3 विकेट झटके और भारत को जीत दिला दी। मैच में उन्होंने कुल 8 विकेट लेकर ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब भी जीता।


1. यशस्वी जायसवाल का शतक

पहली पारी में असफल रहने के बाद जायसवाल की आलोचना हो रही थी, लेकिन उन्होंने दूसरी पारी में शानदार अंदाज में वापसी करते हुए 118 रनों की साहसिक पारी खेली। उनकी यह पारी मुश्किल समय में आई और भारत को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया।


2. नायर और जडेजा के जरूरी अर्धशतक

करुण नायर ने पहली पारी में 57 रन बनाकर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया, वहीं दूसरी पारी में रविंद्र जडेजा के 62 रन भी निर्णायक साबित हुए। इन दो पारियों के बिना भारत यह मैच जीत ही नहीं सकता था।


3. प्रसिद्ध कृष्णा और वॉशिंगटन सुंदर ने बढ़ाया मान

लंबे समय से आलोचनाओं का सामना कर रहे प्रसिद्ध कृष्णा ने इस मैच में शानदार वापसी करते हुए 8 विकेट झटके। वहीं वॉशिंगटन सुंदर ने दूसरी पारी में निचले क्रम पर आकर सिर्फ 46 गेंदों में 53 रनों की पारी खेली और भारत की बढ़त को मजबूत किया।


4. टीम मैनेजमेंट का फैसला रहा निर्णायक

इस जीत का असली 'X-Factor' रहा टीम मैनेजमेंट का एक बड़ा फैसला। दूसरे दिन के खेल के अंतिम पलों में साई सुदर्शन के आउट होने के बाद, नाइटवॉचमैन के तौर पर वॉशिंगटन सुंदर या किसी अनुभवी खिलाड़ी को नहीं बल्कि तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप को भेजा गया। और इस फैसले ने कमाल कर दिया! आकाश दीप ने 94 गेंदों में 12 चौकों की मदद से 66 रनों की बहुमूल्य पारी खेली — जो अंत में भारत की 6 रन की जीत में निर्णायक साबित हुई। अगर वे ये रन न बनाते, तो शायद नतीजा कुछ और होता।


भारत की यह जीत कई स्तरों पर ऐतिहासिक रही — खिलाड़ियों के जज्बे से लेकर मैनेजमेंट के फैसलों तक। ये मैच दिखाता है कि क्रिकेट सिर्फ रन और विकेट का खेल नहीं, बल्कि रणनीति, हिम्मत और मौके का सही इस्तेमाल भी है। भारत ने ओवल में यही किया और एक यादगार जीत अपने नाम कर ली।

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